ग्वालियर। मप्र में महिलाओं, युवतियों और छोटी बच्चियों की गुमशुदगी के मामले में सरकार की लगातार आलोचना होती रही है। पिछले दिनों एक भाजपा नेता पुनीत शर्मा पप्पन ने अपनी यह नाराजगी खुलकर जाहिर की थी जब उनके परिवार की एक लड़की पिछले दो महीनों से गुमशुदा थी और पुलिस से कई बार अपील करने के बाद भी बच्ची नहीं मिली।
इसके बाद 15 मई को देशगांव पर इस खबर को विस्तार से लिखा गया। प्रदेश के साथ साथ राजनीतिक हलकों में इस खबर को लेकर खूब चर्चाएं हुईं। अब इस खबर का असर हुआ है और पुलिस ने शर्मा की रिश्तेदार इस किशोरी को खोज निकाला है।
पुलिस के मुताबिक लड़की को उसके घर पहुंचा दिया गया है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक जब युवती उन्हें मिली तब वह बालिग हो चुकी थी और वह नाराज़ होकर घर से चली गई थी।
ग्वालियर के पुनीत शर्मा साल 2019 में कांग्रेस सरकार गिराने में अहम भूमिका में थे लेकिन अब व्यवस्था से नाराज़ हैं और परिवार की गुम हुई नाबालिग बेटी को खोजने के लिए पुलिस से गुहार लगा रहे हैं।@ChouhanShivraj @OfficeOfKNath@JM_Scindia @BJP4MP@INCMPhttps://t.co/e4sIRLJjqA
— Deshgaon (@DeshgaonNews) May 15, 2023
उल्लेखनीय है कि इस मामले में आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी ने भी कई मंचों पर यह मामला उठाया था। इससे उपर सरकार की ओर से भी पुलिस पर लगातार दबाव बना हुआ था।
वहीं कांग्रेसी नेता इस मामले में पुलिस और सरकार के रवैये पर लगातार सवाल उठा रहे थे। जिसके बाद पुलिस की लगातार किरकिरी हो रही थी।
हालांकि इसके बाद पुलिस हरकत में आई और किशोरी को खोजने का अभियान तेजी से शुरु किया गया और करीब आठ दिन में ही लड़की मिल गई।
“महाराज भाजपा” के कार्यकर्ता भी “शिवराज भाजपा” से नाराज़ हो कर “नाराज़ भाजपा” में शामिल हो रहे हैं। @ChouhanShivraj @CMMadhyaPradesh लाड़ली बहना की पुत्री के लापता होने पर ढूँढने के बजाय @DGP_MP cmhelpline पर शिकायत करने पर पीड़ित परिवार को धमका रहे हैं। @JM_Scindia जी कहाँ हैं? https://t.co/YOJnM72G6f
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 19, 2023
उल्लेखनीय है कि पुनीत शर्मा पप्पन पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुराने करीबी हैं। कमलनाथ सरकार गिराने वाले सिंधिया ने शर्मा को ही विधायकों को संभालने की जिम्मेदारी दी थी।
ऑपरेशन लोटस के बाद उन्हें विशेष तौर पर भोपाल बुलाकर सिंधिया और सीएम शिवराज के द्वारा सम्मानित किया गया। हालांकि इसके बाद धीरे-धीरे सिंधिया और भाजपा शर्मा से दूर होते गए और उनकी पूछ परख कम होती रही।
हालांकि अब उनके द्वारा खुले तौर पर अपनी परेशानी ट्विटर पर लिखने और देशगांव की खबर के बाद सरकार होश में आई और पुलिस को जल्द से जल्द लड़की को खोजने के लिए निर्देशित किया गया।