ग्वालियर। ग्वालियर के गोला के मंदिर स्थित प्रगति विहार कॉलोनी में बीटेक इंजीनियर ने जॉब नहीं मिलने से हुई हताशा में फांसी लगाकर जान दे दी।
पुष्पेंद्र (23) उर्फ शुभम शर्मा निवासी ग्वालियर के गोला के मंदिर स्थित प्रगति विहार कॉलोनी में रविवार को घर पर फांसी लगा ली। बताया जा रहा है कि डिग्री पूरी होने के बाद से वह लगातार मल्टी नेशनल कंपनियों में जॉब के लिए अप्लाई कर रहा था, लेकिन बार-बार इंटरव्यू में बात अटक जाती थी। इसे लेकर वह डिप्रेशन में जा रहा था।
जानकारी के मुताबिक, घटना के समय उसके पिता जयप्रकाश शर्मा और माता रेखा शादी समारोह में शामिल होने भिंड गए थे। सोमवार सुबह जब वे लौटे तो कमरे के अंदर बेटे को फांसी के फंदे पर लटका देखा।
परिजनों ने बताया कि शुभम ने ग्वालियर के ही एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक की थी। डिग्री पूरी होने के बाद से ही वह अच्छी जॉब के लिए तलाश कर रहा था, लेकिन कुछ जगह से मिले रिजेक्शन के कारण वह डिप्रेशन में आ गया था।
शुभम ने अपने माता-पिता को पता ही नहीं चलने दिया कि उसके मन में चल क्या रहा है जबकि एक दिन पहले ही वे दोनों शादी में जाने के लिए निकल रहे थे।
उन्हें यह अहसास तक नहीं था कि बेटे से यह उनकी आखिरी मुलाकात है। उनका कहना है कि लग ही नहीं रहा था कि वह असामान्य है। रोज की तरह बात कर रहा था।
पुष्पेंद्र के फांसी लगाने के बाद पुलिस जांच करने पहुंची। जांच के दौरान पुलिस ने परिजनों के साथ ही स्थानीय रहवासियों से भी जानकारी ली।
गोला का मंदिर थाना प्रभारी धर्मेंद्र यादव ने बताया कि
फोन पर खबर मिली कि पुष्पेंद्र नामक युवक ने अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को निगरानी में लेकर खुदकुशी के कारणों की पड़ताल शुरू कर दी। नौकरी नहीं मिलने के कारण इंजीनियर युवक के हताशा में होने की बात सामने आई है।