ग्वालियर। बिना मास्क के बेवजह घूमने वालों के खिलाफ शहर में रविवार से शुरू किए गए विशेष अभियान में 23 लोगों को बिना मास्क के पाए जाने पर सिटी सेंटर स्थित रूप सिंह स्टेडियम में चार घंटे रखा गया।
पकड़े गए सभी लोग 20 से 45 साल की उम्र के थे। बुजुर्ग, बीमार व अति आवश्यक काम से जाने वालों को चेतावनी देकर छोड़ा गया।
जिला प्रशासन व पुलिस अधिकारियों द्वारा अलग-अलग जगह से पकड़े गए इन लोगों से खुली जेल में कोरोना बचाव को लेकर निबंध भी लिखवाया गया, जिसमें लोगों ने अपने अनुभव भी लिखे।
दूसरी तरफ, पकड़े जाने के बाद लोगों को छोड़ने के लिए अफसरों के पास नेताओं की सिफारिशें तक पहुंचीं।
ग्वालियर में शनिवार को ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव और कोरोना नियंत्रण को लेकर ग्वालियर के लिए बनाए गए विशेष अधिकारी संजय दुबे ने अधिकारियों की बैठक ली थी।
बैठक में बिना मास्क के बेवजह घूमने वालों के लिए खुली जेल की कार्रवाई और ‘भाप है तो आप हैं’ अभियान शुरू करने के लिए कहा था।
ग्वालियर में खुली जेल कंसेप्ट को रविवार से ही कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने शुरू करने के निर्देश दिए।
इसके बाद एडीएम किशोर कान्याल और सामाजिक न्याय विभाग के संयुक्त संचालक राजीव सिंह ने पुलिस अधिकारियों के सहयोग से अलग-अलग जगहों से बिना मास्क वालों को पकड़कर खुली जेल भिजवाया।
सामाजिक न्याय विभाग के संयुक्त संचालक राजीव सिंह ने बताया कि
जिलाधीश के निर्देश पर बिना मास्क वालों को खुली जेल में रखकर जागरूक करने का अभियान शुरू किया गया है। लोगों को इस अभियान के पीछे जागरूक करना मकसद है, लोग कोरोना गाइडलाइन का पालन करें।