कांग्रेस के एक विधायक के खिलाफ आदिवासी महिलाओं को पीटने का आरोप लगा है। महिलाओं का आरोप है कि विधायक ने उनके बाल पकड़कर खींचें। मामले में शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने विधायक के खिलाफ़ एफआईआर दर्ज की है।
ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा के कांग्रेस विधायक साहब सिंह गुर्जर पर आदिवासी और दलित समाज की महिलाओं ने मारपीट और बदसलूकी का आरोप लगाया है। महिलाओं का कहना है कि वे बिजली कनेक्शन की मांग को लेकर विधायक के निवास पर गई थीं।
महिलाओं का आरोप है कि जब वे दरवाजे पर खड़ी होकर बिजली कनेक्शन की गुहार लगाने लगीं, तो विधायक ने उन्हें दरवाजे से भगा दिया और मारपीट की।
पीड़ित आदिवासी बुजुर्ग महिला ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव से न्याय की गुहार लगाई है और उनसे न्याय की अपेक्षा रखती हैं।
सोमवार दोपहर करीब 3 बजे 15 से 20 लोग एसपी ऑफिस पहुंचे। इनमें 10 महिलाएं भी थीं। मुन्नी लोधी ने एसपी को बताया, “उनके गांव मऊ में करीब 250 घर हैं। यहां बिजली की समस्या है। इससे पहले भी ट्रांसफॉर्मर की मांग को लेकर 4 बार विधायक के पास जा चुके हैं। हर बार आश्वासन देकर लौटा दिया गया।
“मुन्नी देवी ने बताया, “सोमवार सुबह करीब 10 बजे एक बार फिर विधायक साहब सिंह गुर्जर से मिलने करीब 50 लोग पहुंचे।”
लोगों ने पुलिस से कहा कि विधायक ने बिना बात सुने अभद्रता से बात की और घर से निकाल दिया। जब हम घर के बाहर चर्चा कर रहे थे, तब विधायक आए और बोले, ‘कौन क्या बोल रहा है?’ इतना कहकर मुझे बाल पकड़कर पटक दिया। मेरी नातिन ने बचाने की कोशिश की तो उसे भी पीट दिया।”रामकली ने बताया, “मुझसे और मेरे बेटे के साथ मारपीट की गई। जब थाने जाने की बात कही, तो विधायक ने कहा, ‘क्या करेंगे एसपी, आईजी? मैं ही एसपी और आईजी हूं।”
इस मामले में जब विधायक साहब सिंह गुर्जर से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि महिला-पुरुष बिजली की समस्या को लेकर उनके ऑफिस आए थे। उन्होंने स्वीकार किया कि उनके क्षेत्र में बिजली की समस्या है। पहले भी ये लोग उनके पास आए थे, और उन्होंने बिजली विभाग के संबंधित अधिकारियों से बात कर समस्या का निराकरण करने का आग्रह किया था।
विधायक के मुताबिक फोन पर इंजीनियर ने आश्वासन दिया कि वह प्रस्ताव बनाकर भेजेंगे, लेकिन महिलाएं तुरंत ट्रांसफार्मर लगवाने पर जोर देने लगीं और चिल्लाने लगीं। इसके बाद विधायक ने ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर से भी बात की और उन्हें पत्र भी लिखा।
विधायक ने आगे बताया कि जब महिलाएं हंगामा कर रही थीं, तब उनके पीएसओ योगेन्द्र से पिस्टल छीनने की कोशिश की गई। स्थिति को नियंत्रित करते हुए उन्हें समझा-बुझाकर रवाना कर दिया गया। महिलाएं होने के कारण उन्होंने तुरंत शिकायत नहीं दर्ज कराई, लेकिन जब उन्हें जानकारी मिली कि महिलाएं एसपी ऑफिस पहुंची हैं, तो उन्होंने पीएसओ को थाने भेजकर लिखित शिकायत दर्ज कराई।
एएसपी शियाज केएम ने बताया कि महिलाओं की शिकायत पर विधायक से उनके घर में लगे सीसीटीवी फुटेज मांगे गए थे, लेकिन विधायक ने बताया कि सीसीटीवी कई महीनों से खराब हैं। अब इस मामले में मोबाइल फोन की जांच की जाएगी। विधायक और उनके समर्थकों के खिलाफ विश्वविद्यालय थाने में केस दर्ज कर लिया गया है और जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
शिकायतकर्ता मुन्नी देवी ने आरोप लगाया कि उनके साथ गए कुछ लोगों ने वीडियो बनाए थे, लेकिन विधायक और उनके सहयोगियों ने उन्हें बंधक बनाकर उनके मोबाइल चेक किए और वीडियो डिलीट कर दिए। विधायक साहब सिंह गुर्जर ने कहा कि उनके यहां सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, लेकिन तीन से चार महीने से खराब हैं, इसलिए घटना की रिकॉर्डिंग नहीं हो सकी।