भोपाल। स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के पश्चात पूर्व आईएएस डॉ. वरदमूर्ति मिश्रा ने मध्यप्रदेश में नए राजनैतिक दल के गठन का ऐलान कर दिया है।
राजधानी भोपाल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कि कहा कांग्रेस और भाजपा एक ही तरह के दल हैं। प्रदेश का भ्रमण करने के बाद राजनीतिक दल के गठन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
डॉ. मिश्रा ने नगरीय निकाय चुनाव के परिणामों को लेकर कहा कि लोग भाजपा से त्रस्त हैं पर कांग्रेस को भी वोट नहीं देना चाहते हैं। मध्यप्रदेश में तीसरे विकल्प की जरूरत है।
आम आदमी पार्टी को लेकर डॉ. मिश्रा ने कहा कि जो सफलता उसे नगरीय निकाय चुनाव में मिली है, वह भाजपा के प्रति लोगों की नाराजगी प्रदर्शित करती है। इसमें भी अधिकांश लोग वही चुनाव जीते हैं जो भाजपा या कांग्रेस से जुड़े हुए थे और टिकट न मिलने के कारण ‘आप’ से चुनाव लड़े थे।
डॉ. मिश्रा ने कहा कि भाजपा पिछले 20 वर्षों से प्रदेश में शासन कर रही है किंतु आज भी किसान बदहाल है, स्वास्थ्य सेवाओं की बेहद कमी है, प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक हालात संतोषप्रद नहीं है।
उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार पर 3,12,000 करोड़ रुपये का कर्ज हो चुका है जबकि सरकार का कुल बजट 2,90,000 करोड़ रुपये है। अपने बजट से ज्यादा सरकार कर्ज ले चुकी है।
सरकार जो भी वर्तमान में बाजार से कर्जा ले रही है उससे केवल ब्याज ही चुकाया जा सकता है। सरकार के पास विकास के नाम पर कोई पैसा उपलब्ध नहीं है। इससे ज्यादा सरकार की नाकामी हो नहीं सकती।
कांग्रेस के संदर्भ में उन्होंने कहा पिछले 15 महीने जब उनकी सरकार रही तब भी उन्होंने जनता की भलाई के लिए एवं रोजगार सृजन के लिए कोई प्रयास नहीं किए। दोनों ही दल एक-दूसरे के पूरक हैं इसलिए आगामी 2023 के विधानसभा चुनाव में नया दल बनाकर 230 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।