धार। शहर में अनंत चतुर्दशी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। परंपरा का निर्वाह करते हुए झिलमिल झांकियों का कारवां निकला। इस बार कहीं न कहीं संस्कृति की धज्जियां उड़ते हुए दिखाई दी।
श्री चिंतामन गणपति समिति छत्रपुरा द्वारा अष्टलक्ष्मी पर आधारित झांकी का निर्माण करवाया गया था। चल समारोह में संस्कृति की धज्जियां उड़ाई गईं। फिल्मी गानों पर युवतियों का डांस पूरी रात सड़कों पर हुआ है।
यह सिलसिला यहीं नहीं रुका दूसरे दिन जब खड़ी झांकियों को निहारने शहरवासी मंडी पहुंचे। इस दौरान श्री चिंतामण गणेश समिति छत्रीपुरा की झांकी के कुछ दूरी पर फिल्मी गानों पर युवतियां थिरकतीं नजर आईं जो संस्कृति की धज्जियां उड़ा रही थीं।
बता दें कि शहर में इस बार गुरुवार रात्रि में अनंत चतुर्दशी पर परंपरा का निर्वाह करते हुए 12 झांकी व आठ अखाड़ों का कारवां निकाला गया। इसमें झांकियों में धार्मिक संस्कृति देखने को मिली है। अखाड़ों में भी धार्मिक संस्कृति देखने को मिली है।
नरसिंह दल अखाड़े द्वारा इस बार कष्टभंजन हनुमान पर आधारित अखाड़े का निर्माण करवाया गया था जिसकी लोगों ने काफी सराहना की है, लेकिन कुछ समिति ऐसी थी जिसने सनातनी संस्कृति की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
यहां तक कि प्रशासनिक आला अधिकारियों का भी इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं गया। आनंद चौपाटी पर आला अधिकारियों के सामने युवतियों ने ठुमके लगाए।
विजयश्री सहित अन्य समिति में दिखी संस्कृति, चिंतामण गणेश समिति ने उड़ाई धज्जियां –
विजयश्री स्पोर्ट्स क्लब द्वारा इस बार बाबा बर्फानी की आकर्षक झांकी का निर्माण करवाया गया था, जहां संस्कृति को देखने को मिली। इतना ही नहीं समिति ने बाबा बर्फानी की झांकी के आगे चलित भंडारे का आयोजन किया था। इसमें हजारों लोगों ने प्रसादी ग्रहण की है।
वहीं दूसरी ओर श्री चिंतामण गणेश समिति द्वारा धज्जियां उड़ाई गई है। तेरे नैनों से नैना दिल को मिला ले, सहित अन्य गानों पर धज्जियां उड़ाई गई।
रात भर लगाए ठुमके –
समिति ने संस्कृति की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पूरी रात एक चलित ट्रॉले पर युवतियों के ग्रुप ने फिल्मी गानों पर ठुमके लगाए। युवतियों द्वारा जब ठुमके लगाए जा रहे थे तो कई लोगों ने वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए।
एडीएम ने भी इन लड़कियों के फोटी व वीडियो लिए व झांकी के साथ चल रहे अधिकारी ज्ञानेंद्र वैश्य को कहकर हुल्लड़ गानों पर डांस करने के लिए मना करने को कहा। कुछ भजनों के नृत्य करने के बाद फिर से हुल्लड़ गानों पर नृत्य चालू रहा।
ग्रामीण क्षेत्र से आई महिलाओं को हुई परेशानी –
भीड़भाड़ की स्थिति होने से ग्रामीण क्षेत्र से आई महिलाओं व युवतियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसकी मुख्य वजह यह है कि चलित ट्रॉले पर युवतियां फिल्मी गानों पर डांस कर रही थीं।
ट्रॉले के आसपास बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ होने से महिलाओं को निकलने में काफी परेशानी हुई जबकि आम लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।
जिम्मेदार करेंगे कार्रवाई –
लोगों के मन में बस एक ही सवाल है कि क्या आयोजनकर्ता द्वारा खुलेआम बाजारों व जनता के बीच हुल्लड़ भरे गानों पर लड़कियों को नचाया गया है। इसको लेकर क्या प्रशासन कोई कार्रवाई करेगा या फिर हाथ पर हाथ रख कर बैठा रहेगा।
अनंतचतुर्थी चल समारोह में झांकियों के साथ चल रहे हुल्लड़ गानों का दृश्य जिला प्रशासन के सभी बड़े अधिकारियों ने भी देखा लेकिन तुरंत कार्रवाई नहीं की। दो दिन बीतने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।