धार। जिला जेल धार में सजा काट रहे बंदी की मौत के बाद बंदियों की शुरू हुई हड़ताल खत्म होने के साथ ही केंद्रीय जेल अधीक्षक इंदौर द्वारा धार जेल का निरीक्षण कर घटना की जांच शुरू की गई है।
केंद्रीय जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने जेल प्रशासन और भूख हड़ताल करने वाले बंदियों से बात कर पूरी घटना की जानकारी ली और तत्काल प्रभाव से दो जेल प्रहरियों के साथ-साथ धार जिला उप जेल अधीक्षक श्याम लाल वर्मा को निलंबित कर दिया है।
सोमवार दोपहर करीब तीन बजे धार जेल में सजा काट रहे बंदी भेरू पिता बगदीराम निवासी हनुमंत्याकाग सरदारपुर की मौत का मामला सामने आया था। इसमें परिजनों ने मंगलवार को धार आकर जेल प्रशासन पर मारपीट के आरोप लगाए थे।
इस बीच घटना के विरोध में जेल में बंद अन्य बंदियों ने भी मंगलवार को भूख हड़ताल की थी। भूख हड़ताल की सूचना पर जेल अधीक्षक इंदौर अलका सोनकर धार पहुंची थी और उन्होंने अपने स्तर पर पूरे मामले की जांच कर संबंधित बंदी और जिम्मेदार जेल स्टाफ के बयान लिए। इन बयानों के आधार पर प्रारंभिक तौर पर निलंबन की कार्रवाई की गई है।
दो प्रहरी को किया गया निलंबित –
बंदी भेरू की मौत के मामले में जेल अधीक्षक सोनकर द्वारा जारी आदेशानुसार जेल प्रहरी अब्दुल रज्जाक खान व मुकेश सोलंकी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
प्रहरी खान को सेंट्रल जेल इंदौर अटैच किया है जबकि सोलंकी को उप जेल सरदारपुर में अटैच करने के आदेश जारी किए है।
जेल अधीक्षक आरआर दांगी ने बताया कि
केंद्रीय जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने घटना के बाद जेल का भ्रमण किया। इसमें संबंधित पक्षों के बयान लिए गए हैं। इसके बाद दो जेल प्रहरियों व धार जिला उप जेल अधीक्षक श्याम लाल वर्मा पर निलंबन की कार्रवाई की गई है।