जाम गेट पर दर्दनाक हादसा: सूर्योदय देखने जा रहे छात्रों की कार पलटी, दो की मौत, पांच घायल


महू के जाम गेट के पास एक दर्दनाक सड़क हादसे में दो कॉलेज छात्रों की मौत हो गई, जबकि उनके पांच साथी गंभीर रूप से घायल हो गए। सिम्बायोसिस कॉलेज की छात्रा समृद्धि देव (19) का जन्मदिन मनाने के बाद, सभी दोस्त सूर्योदय देखने के लिए जा रहे थे। घाट से तीन किलोमीटर पहले, अचानक कार के सामने एक जानवर आ जाने से ड्राइवर रितेश ने नियंत्रण खो दिया, और कार पलट गई। हादसे में समृद्धि और यग्नेश उपाध्याय की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बाकी छात्रों का इंदौर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :

महू के नजदीक जाम गेट के पास बुधवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें दो कॉलेज छात्रों की मौत हो गई, जबकि उनके पांच साथी गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना तब हुई जब सात छात्र-छात्राओं का समूह सूर्योदय देखने के लिए कार से जाम गेट जा रहा था। हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई है।

 

इस समूह में शामिल छात्र-छात्राओं ने मंगलवार रात को इंदौर बायपास पर सिम्बायोसिस कॉलेज की सेकेंड ईयर की छात्रा समृद्धि देव (19) का जन्मदिन मनाया था। समृद्धि के साथ उनके दोस्त यग्नेश उपाध्याय, विवान, शानू, हर्षिता, रितेश और एक अन्य साथी भी थे। जन्मदिन की खुशी में सभी ने मिलकर बर्थडे सेलिब्रेट किया और फिर सूर्योदय देखने के लिए जाम गेट जाने का फैसला किया।

 

हादसा घाट से लगभग तीन किलोमीटर पहले हुआ, जब कार के सामने अचानक एक जानवर आ गया। गाड़ी चला रहे रितेश ने कार पर नियंत्रण खोने से, वह खाई की तरफ जाकर पलट गई। इस भीषण हादसे में समृद्धि और यग्नेश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बाकी पांच साथी घायल हो गए। घायल छात्रों को तुरंत इंदौर के भंवरकुआं स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, संकरे रास्ते के कारण कार अचानक अनियंत्रित हो गई और तीन से चार बार पलटी खा गई। इस हादसे से पहले यग्नेश ने सोशल मीडिया पर समृद्धि को जन्मदिन की बधाई देते हुए एक तस्वीर पोस्ट की थी, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। हादसे के बाद जाम गेट की ओर बढ़ते हुए उनकी यह आखिरी यात्रा बन गई।

 

समृद्धि धार जिले के बदनावर की रहने वाली थी और इंदौर में रहकर पढ़ाई कर रही थी। उनके पिता अशोक देव कांग्रेस के नेता हैं, और परिवार में उनकी तीन बेटियां हैं, जिनमें समृद्धि सबसे छोटी थी। इस हादसे से उनका परिवार सदमे में है, और पूरे गांव में शोक का माहौल है। ताऊ रमेशचंद्र खेड़ा पूर्व सरपंच रह चुके हैं, और परिवार की सामाजिक पहचान भी है।

 

इस घटना ने न सिर्फ उनके परिवार को बल्कि समृद्धि और यग्नेश के सभी दोस्तों को भी गहरे सदमे में डाल दिया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, और सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है ताकि हादसे के असल कारणों का पता लगाया जा सके।



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