भोजशाला के इतिहास से पर्दा उठने की उलटी गिनती शुरू, एएसआई के पास मौजूद करीब दो हजार अवशेष बताएंगे सच्चाई


अभी बाकी है अवशेषों की लिस्टिंग और फोटो-वीडियोग्राफी, शुक्रवार को नमाज और मंगलवार की पूजा जारी रहेगी, आम पर्यटकों के लिए बंद रहेगी भोजशाला


आशीष यादव आशीष यादव
धार Updated On :

भोजशाला सर्वे काम पूरा हो चुका है, हालांकि रिपोर्ट तैयार करने में कुछ तैयारियां और शेष हैं। जिन पर काम लगातार हो रहा है। शुक्रवार को  एएसआई की 9 सदस्यीय टीम 44 मजदूरों को अपने साथ लेकर सुबह 6 बजे भोजशाला परिसर में पहुंची। इस दिन मुस्लिम समाज को नमाज का अधिकार प्राप्त है, इसी के चलते 12 बजे तक सर्वे टीम को अपना काम पूरा किया।

दोपहर 1 बजे से 3 बजे के बीच परिसर में स्थित कमाल मौला मस्जिद में मुस्लिम समुदाय द्वारा जुमा की नमाज अदा की गई। इसी तरह हर मंगलवार को हिंदू समाज यहां पूजा-अर्चना करने आता है। वहीं धार जिले की ऐतिहासिक धरोहर भोजशाला में इंदौर हाईकोर्ट पर चल रहे वैज्ञानिक सर्वे का काम गुरुवार को आधिकारिक तौर पर बंद किया गया है। एएसआई ने इसकी जानकारी याचिकाकर्ताओं को दी है। गुरुवार को अंतिम दिन का सर्वे हुआ। इसमें सात अवशेष मिले हैं। एएसआई की टीम ने इन अवशेषों को जांच में शामिल किया है। दरअसल इंदौर हाईकोर्ट के आदेश पर 22 मार्च से भोजशाला में एएसआइ का सर्वे चल रहा है। इस सर्वे की फाइनल और विस्तृत रिपोर्ट पेश करने के लिए एएसआइ को 2 जुलाई तक का समय दिया गया है। इसमें चार दिन का समय रह गया है।

गुरुवार को सर्वे के दौरान एएसआई की ओर से रीजनल डायरेक्टर भुवन विक्रम ने याचिकाकर्ताओं को वैज्ञानिक सर्वे बंद करने की बात कही। हालांकि अभी एएसआई की टीम भोजशाला में मेंटेनेस, अवशेषों की लिस्टिंग और रिपोर्ट तैयार करने के लिए आगे भी काम जारी रखेगी, लेकिन इस दौरान उत्खनन व मिट्टी हटाने का काम अब नहीं होगा।

बता दें कि, हाईकोर्ट के आदेश पर 98 दिन के सर्वे कार्य में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम अपना काम पूरा कर चुकी है। शुक्रवार को परिसर में गई टीम किसी तरह का नई खुदाई नहीं की गई बल्कि बीते दिनों में की गई खुदाई के दौरान उत्तरी पूर्वी कोनों में बनी ट्रेंच को भरने का काम टीम द्वारा किया गया इसके साथ ही, डॉक्यूमेंटेशन, लिस्टिंग और अन्य दस्तावेजीकरण का काम भी टीम ने यहां किया।

2 रिपोर्ट पेश व 4 जुलाई को सुनवाई: भोजशाला प्रकरण में 2 रिपोर्ट पेश की जाना है। यह पहला मौका है जब भोजशाला में अब तक हुए सर्वे की रिपोर्ट इंदौर हाईकोर्ट के समक्ष पेश की जाएगी। इसके पहले भी आठ सप्ताह की समय सीमा देकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया था, लेकिन सर्वे अधूरा होने के कारण एएसआइ सर्वे रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं कर पाई थी। ऐसे में 2 जुलाई की अवधि तय हुई। 4 जुलाई को भोजशाला प्रकरण में सुनवाई की जाना है।

अब तक लगभग 2 हजार मिले हैं अवशेष: भोजशाला में आधुनिक तकनीक की मदद से एएसआइ ने सर्वे किया है। इसमें मूर्तियां, पत्थर, तीर, भाले, तलवार, सिक्के जैसे अवशेष बड़ी मात्रा में मिले हैं। इनकी संख्या लगभग 2 हजार के आसपास तक पहुंची है।

एएसआई के सर्वे के दौरान ली गई तस्वीर

इनमें 575 से अधिक टुकड़े बड़े आकार के हैं। वहीं 37 मूर्तियां भी भोजशाला की कहानी बताएंगी वहीं टीम इन्हें भी जांच के बाद सर्वे में शामिल किया है। अब जल्दी ही एएसआई सर्वे के दौरान मिले साक्ष्यों के आधार पर भोजशाला परिसर का इतिहास बताएगा। फिलहाल, आगामी आदेश तक भोजशाला परिसर में पर्यटकों के लिए प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।

लगातार बिना रूखे सर्वे कार्य शुरू रहा: धार की भोजशाला में अब तक इंदौर हाईकोर्ट के आदेश वैज्ञानिक सर्वे बिना रूके हुआ है। 22 मार्च से सर्वे की शुरूआत हुई थी, जो अब तक जारी रहा है। सतत 98वें दिन तक सर्वे चला है और गुरुवार देर शाम एएसआइ की तरफ से इसे रोकने की जानकारी हिंदू पक्ष के सदस्यों के साथ साझा की है। हिंदू पक्ष की ओर से गोपाल शर्मा ने बताया कि एएसआइ ने सर्वे बंद होने की आधिकारिक जानकारी दी है। वही सर्वे हर दिन चला कार्य एक दिन बंद रहा अब तक यह सबसे बड़ा सर्वे हुआ है।

मेंटेनेंस कार्य जारी रहेगा: सर्वे तहत एएसआई ने भोजशाला के आसपास कई ट्रेंच बनाई है। इनके अलावा सर्वे के चलते कई पाइंट पर काम हुआ है। बताया जा रहा है कि भोजशाला की सुरक्षा और बारिश को देखते हुए आने वाले चार दिन एएसआइ परिसर में मेंटेनेंस का काम करेगी। वहीं अवशेषों की लिस्टिंग और फोटो- वीडियोग्राफी भी जारी रहेगी। वही अंदर किए हुए कार्य को वापस सही किया जा रहा है।

अब तक क्या कुछ हुआ…

  • 11 मार्च को हुए थे एएसआइ सर्वे के आदेश।
  • 22 मार्च से एएसआइ ने शुरू किया सर्वे।
  • 29 अप्रैल को मिला 6 सप्ताह का अतिरिक्त समय।
  • 2 जुलाई को पेश होना है पहली बार रिपोर्ट।
  • 4 जुलाई को इंदौर हाईकोर्ट करेगा सुनवाई।
  • 98वें दिन का सर्वे गुरुवार को हुआ पूरा।

यह आदेश अभी रहेंगे लागू:
■ पूर्व की व्यवस्था के तहत मंगलवार को भोजशाला में हिंदू समाज को पूजा और शुक्रवार को मुस्लिम समाज नमा पढ़ सकेगा।
■ इसके अलावा अन्य दिनों में भोजशाला में आम लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा।

हिंदू पक्ष ने कहा: हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस के याचिकाकर्ता आशीष गोयल ने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि अभी डॉक्यूमेंटेशन का काम बाकी है। एएसआई की टीम ने स्पष्ट बताया कि आज सिर्फ भौतिक उत्खनन का काम खत्म हुआ है। भोजशाला मुक्ति यज्ञ के संयोजक गोपाल शर्मा ने बताया की हाईकोर्ट के आदेश पर एएसआई की टीम ने 98 दिन तक लगातार बिना किसी छुट्टी के सर्वे किया है । आज भी एएसआई की टीम सुबह 6 बजे भोजशाला में पहुंच गई थी अब आगामी दिनों में एएसआई की टीम अभी तक मिले अवशेषों की रिपोर्ट तैयार करने का काम कर रही है । मिट्टी हटाने का काम अब भी जारी है। परंतु अब इस दौरान मिलने वाले अवशेषों को सर्वे रिपोर्ट में शामिल नहीं किया जाएगा।  2 जुलाई को एएसआई हाईकोर्ट में रिपोर्ट पेश करेगी इसी की तैयारी में अब टीम लगी हे।

मुस्लिम पक्ष ने कहा: एक दिन पहले गुरुवार को मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया था कि उत्तरी पूर्वी हिस्से में उत्खनन के दौरान 7 अवशेष मिले हैं। उन्हें एएसआई की टीम ने सुरक्षित कर जांच के लिए रख लिया है। उसमें कुछ आकृतियां मोल्डिंग के निशान थे। लेबलिंग, ड्रेसिंग का काम किया गया है। आगामी रिपोर्ट पेश होने तक उनकी डॉक्यूमेंट्री का भी काम चलेगा। सर्वे पूरा हो चुका है। आगामी चार-पांच दिनों में रिपोर्ट तैयार कर कोर्ट में सबमिट की जाएगी। जबकि कंजर्वेशन का काम जारी रहेगा।



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