धार। केन्द्र सरकार द्वारा गरीबों और मध्यवर्गीय परिवारों के लिए 5 लाख तक के मुफ्त इलाज को लेकर जारी किया गया आयुष्मान कार्ड अब कोरोना उपचार में भी काम आएगा। जिले के 10 निजी अस्पतालों में आयुष्मान कार्डधारी कोविड संक्रमित इस कार्ड के जरिये अपना उपचार निशुल्क करवा सकेंगे।
अस्पतालों को उपचार ‘पैकेज राशि’ शासन द्वारा दी जाएगी। शासन के इस तरह के निर्णय से महामारी में उपचार के लिए आर्थिक मोर्चा पर जुझ रहे सैकड़ों परिवारों के लिए राहत भरा कदम हो गया है।
मुख्यमंत्री कोविड-19 योजना के तहत आयुष्मान कार्ड के माध्यम से उपचार को लेकर हरी झंडी मिलते ही धार जिला प्रशासन ने महज 48 घंटे के अंदर स्वास्थ्य समिति की बैठक करने के साथ अस्पतालों का निरीक्षण कर चिह्नित कर लिया गया है।
राज्य स्तरीय कमेटी से उपचार के लिए चिह्नित अस्पतालों को शीघ्र ही मान्यता मिलने वाली है। उल्लेखनीय है कि जिले में अभी तक एक भी अस्पताल आयुष्मान योजना के तहत अनुबंधित नहीं है। इसके कारण निजी अस्पतालों में उपचार के लिए लोगों को शुल्क चुकाना पड़ रहा है।
विशेष पैकेज कोरोना के लिए… आयुष्मान योजना के तहत राज्य शासन ने कोरोना उपचार के लिए विशेष पैकेज जारी किया है। अस्पतालों द्वारा उपचार के लए लिए जा रहे शुल्क की जानकारी के आधार पर पैकेज घोषित किया गया है। जिले में संक्रमण की रफ्तार भले ही अब धीमी गति से थम रही हो, लेकिन निजी अस्पतालों में उपचार ले रहे लोगों की जेब पर हजारों, लाखों का बोझ बढ़ रहा है। ऐसे में यह लोगों के लिए मददगार साबित हो सकता है।
इन अस्पतालों को किया चिह्नित… कोविड-19 के नि:शुल्क उपचार के लिए आयुष्मान भारत निरामय योजना के अंतर्गत आयुष्मान कार्डधारियों के लिए धार के महाजन हॉस्पिटल, मित्तल हॉस्पिटल, पाटीदार हॉस्पिटल, सरदार पटेल हॉस्पिटल बदनावर, हेल्थ केयर हॉस्पिटल पीथमपुर, संजीवनी हॉस्पिटल पीथमपुर, कमलाबेन हॉस्पिटल धामनोद, श्री गुरु राजेन्द्रसूरी चिकित्सालय मोहनखेड़ा राजगढ़-सरदारपुर, श्री गुरु राजेन्द्रसूरी मानव सेवा हॉस्पिटल राजगढ़ को चिह्नित किया है। शीघ्र ही इन अस्पतालों को अनुबंधित किया जाएगा। जिसके पश्चात यहां पर कार्डधारियों को सुविधाएं मिलना शुरु हो जाएगी।
60 प्रतिशत आबादी पात्रता के दायरे में… जिले में निरामय भारत आयुष्मान योजना के तहत करीब 60 प्रतिशत आबादी को दायरे में लिया गया है। इसमें 2011 की जनगणना में सूचीबद्ध नागरिकों के अतिरिक्त अन्य हितग्राहीमूलक योजनाओं के लाभार्थियों को भी शामिल किया गया है। वर्तमान में जिले की अनुमानित जनसंख्या 26 लाख के करीब आंकी जा रही है। इसमें 15 लाख 7 हजार 595 लोगों के कार्ड बनाए जाने हैं। इसमें से 8 लाख 82 हजार 767 लोगों के कार्ड जारी कर दिए गए है।
कोविड होने का इंतजार ना करें, आगे बढ़कर बनवाएं कार्ड… जिले के लोगों के लिए मार्च और अप्रैल माह में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा चलाए गए विशेष अभियान मददगार साबित हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में करीब पात्र लोगों में 58 प्रतिशत के लगभग कार्ड जारी कर दिए गए है। इसमें करीब 15 प्रतिशत कार्ड यानी करीब सवा दो लाख कार्ड विशेष अभियान के तहत बनाए गए हैं।
इस अभियान की मॉनिटरिंग कलेक्टर आलोक सिंह व एडीएम डॉ सलोनी सिड़ाना ने की है। अब जब कोविड उपचार के लिए कार्ड को मान्य किया गया है ऐसे में प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बीमारी आने का इंतजार न करें। आगे बढ़े और अपने कार्ड बनवाएं।
कार्डधारी के परिवार के सदस्य को मिलेगा लाभ … मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने प्रदेश में आयुष्मान कार्ड के माध्यम से कोविड उपचार के लिए पैकेज घोषित करने का कदम उठाने के साथ कई राहत आम लोगों को दी है।
इसके तहत यदि किसी व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड बना हुआ है और परिवार के किसी अन्य सदस्य (जिसके पास कार्ड नहीं) को कोविड संक्रमण होता है तो ऐसी स्थिति में निजी अस्पताल में भर्ती होने के बाद यदि उपचार पूर्ण होने तक संबंधित का कार्ड जारी हो जाता है तो उसे भी आयुष्मान योजना के तहत लाभ मिलेगा। इधर कलेक्टर आलोकसिंह ने भी सभी सेेंटर्स को अलर्ट किया है कि आयुष्मान कार्ड बनाने की गति में तेजी लाई जाए। इस तरह की स्थितियां सामने आने के बाद संबंधित को तुरंत कार्ड जारी करने के प्रयास किए जाएं।
कोविड़ के लिए हमने जिले के दस हॉस्पिटल लिए है वही हॉस्पिटल लिए जिनमे सभी सुविधा है उन्हें भी लिए है अगर ओर जरूत रही तो और हॉस्पिटल बढ़ाए जायेगे वही अभी जिले में आयुष्मान कार्ड की फोगर्स अच्छी है।
आलोक कुमार सिंह, कलेक्टर