धार। जिले व प्रदेश भर अनुविभाग में तहसीलदार और नायब तहसीलदार काम पर लौट आए हैं। वे 20 मार्च से 3 दिन की छुट्टी पर चले गए थे, लेकिन दूसरे ही दिन मांगों पर सरकार स्तर से सहमति बनने के बाद वे बुधवार को काम पर लौट आए।
उन्होंने फसल सर्वे का काम भी शुरू कर दिया। सर्वे पूरा कर रिपोर्ट कलेक्टरों को देना है। हालांकि, दो दिन सरकारी अवकाश है, इसलिए जनता के काम शुक्रवार से ही होंगे।
धार तहसीलदार विनोद राठौड़ ने बताया कि
राजस्व मंत्री समेत विभाग के सीनियर अफसरों के साथ बैठक के बाद संगठन ने काम पर लौटने का निर्णय लिया। एक महीने में सारी मांगें पूरी होने पर सहमति भी जताई। इसे लेकर कार्यकारिणी की बैठक हुई थी, जिसमें बुधवार से काम करने का निर्णय लिया गया।
इन मांगों पर बनी सहमति –
- नायब तहसीलदार को राजपत्रित अधिकारी का दर्जा दिया जाए।
- 2016-2017 के नायब तहसीलदार या जिनकी 5 वर्ष की सेवा पूर्ण हो गई, को भी पदोन्नाति-कार्यवाहक के लिए सूचीबद्ध किया जाए।
- ग्रेड-पे क्रमशः 4200 और 5400 बढ़ाने के प्रस्ताव को वित्त विभाग की सहमति के साथ दिया जाए ।
- तहसीलदार की प्रमोशन लिस्ट जल्द जारी होगी।
इसलिए लौटने का फैसला –
विनोद राठौड़ ने बताया कि वर्तमान परिस्थिति में ओलावृष्टि एवं प्राकृतिक आपदा के कारण प्रदेश के किसान विपत्ति में है। चूंकि, तहसीलदार और नायब तहसीलदार सरकार के महत्वपूर्ण अंग है और सर्वे का काम भी उन्हीं पर है इसलिए अवकाश समाप्त कर काम पर लौट आए हैं।