धार। जिले में बढ़ते सड़क हादसों को रोकने को लेकर बैठकों में उठती मांगों के बीच प्रयास शुरू हो गए हैं। इसके प्रथम चरण के तहत यातायात विभाग की टीम द्वारा जिले से निकलने वाले मार्गों पर पहुंचकर दुर्घटना वाले स्थानों का निरीक्षण किया गया व हादसे होने वाले कारणों के बारे में बारीकी से अध्ययन किया करते हुए जानकारी जुटाई है।
इस दौरान यातायात विभाग ने ट्रैफिक इंटरसेप्टर व्हीकल का उपयोग भी किया व मार्गों से निकलने वाले संबंधित वाहनों की गति व मार्ग पर से उपयुक्त वाहनों की गति का आकलन किया गया तथा इस मार्ग पर ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने संबंधित बिंदुओं को चिन्हित कर लिया गया है।
एक सप्ताह का लगा समय –
यातायात थाना प्रभारी राजेश बारवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि हादसों को रोकने के लिए प्रयास अब किए जा रहे हैं, समय-समय पर लोगों को जागरूक करने के साथ ही अब सड़कों को सुधारने के लिए भी काम होना चाहिए।
कई मर्तबा संकेतक के अभाव व हाइवे पर रंबल स्ट्रिप नहीं होने के कारण हादसे होते हैं। ऐसे में इन छोटे बिंदुओं पर विशेष रुप से फोकस करने के लिए पहले ब्लैक स्पॉट्स को चिन्हित किया है जिसमें नेशनल हाइवे व स्टेट हाइवे के कुल 13 स्थानों को निरीक्षण के दौरान देखा। करीब एक सप्ताह तक पुलिस टीम इन स्थानों पर पहुंची व मार्ग का अवलोकन किया गया।
तीन माह में 500 से ज्यादा हादसे –
धार जिले में हादसों की संख्या में पिछले दो सालों में इजाफा हुआ है। धार में वर्ष 2021 में 1970 हादसे हुए हैं जिसमें कई लोगों की मौत होने के साथ ही सैकड़ों लोग घायल हुए हैं।
इसी तरह इस साल जनवरी में 211 हादसे, फरवरी माह में 175 हादसे व मार्च माह में भी 150 से अधिक हादसे विभिन्न थानों में दर्ज हैं। ऐसे में तीन माह में 500 से ज्यादा हादसे होने के कारण ही यातायात विभाग ने इस ओर विशेष रुप से ध्यान दिया है।
बारवाल के अनुसार गणेश घाट, एबी रोड फोरलेन चौराहा, भोंडिया तालाब चौराहा, फुलगावडी फाटा, तिरला फाटा, पिटगारा फाटा, धार फाटा माकनी, छोकला फाटा, आयशर ब्रिज पीथमपुर, पगारा फाटा, ग्राम टवलाई फाटा, टोंकी फाटा, छोटी नदी पुलिया व जेतपुरा फाटे को चिन्हित ब्लैक स्पॉट के रुप में किया गया है।
एसपी ने लिखा पत्र, सुधार की मांग –
यातायात विभाग ने पहले चरण में जहां जानकारी जुटाई है, वहीं दूसरे चरण की शुरुआत करते हुए एसपी आदित्य प्रताप सिंह के माध्यम से नेशनल हाइवे व स्टेट हाइवे की संबंधित कंपनियों को सुधारने के लिए पत्र लिखा गया है।
साथ ही दो स्थानों पर पीडब्ल्यूडी विभाग के रोड होने के चलते उन्हें भी हादसों को रोकने के लिए प्रयास करने के लिए पत्र के माध्यम से निवेदन किया गया है।
विभाग की तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार चिन्हित मार्गों पर रिफ्लेक्टिव रोड मार्किंग, टूटे हुए बैरियर को ठीक करना, रोड साइन बोर्ड, गति सीमा बोर्ड, क्रॉसिंग के डिवाइडर क्षतिग्रस्त को सुधारने जैसे अहम बिंदु के साथ ही इन ब्लॅक स्पॉट पर हो रहे अतिक्रमण को लेकर कार्रवाई के लिए भी कहा गया है।
पुलिस विभाग की माने तो तैयार की गई रिपोर्ट में इन स्पॉट के मुख्य पांच बिंदु पर भी काम कर लिया जाए तो हादसों में 60 प्रतिशत तक कमी आ सकती है।