आज का पेपर बहुत ही अच्छा ना रहा है। पेपर ही सरल आया था। पेपर को हल करने के लिए ज्यादा समय नहीं लगा। पेपर पूरी तरह बोर्ड के बताए हुए पैटर्न पर आया था। इस विषय में अच्छे अंक मिल जाएंगे। कुछ इसी तरह की चर्चा करते हुए दो छात्र-छात्राएं परीक्षा केंद्रों से निकले सालभर से पढ़ाई कर रहे बच्चों के हाथ में आज पर्चा आने के बाद खुशी देखने को मिली।
पेपर देकर आये बच्चों ने बताया कि जैसे ही पर्चा हाथ में आया तो हम खुश हो गए क्योंकि हिंदी का पेपर सरल था। बच्चों से बात की तो उन्होंने बताया कि हमने परीक्षा में इस बार कही बदलाव दिखे।
दसवीं की परीक्षा मंडल की ओर से बुधवार को जिले में 101 केंद्रों पर दसवीं कक्षा की हिंदी विषय की परीक्षा ली गई जिसमें जिले के करीब 27 हजार 207 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए।
हिंदी के विषय का आसान पेपर होने के चलते परीक्षा देकर केंद्रों से बाहर आए विद्यार्थियों के चेहरे पर खुशी झलक रही थी। सुबह 9 बजे से परीक्षा होने से बच्चे 8 बजे ही केंद्रों पर पहुँच गए थे वही दोपहर 12 बजे परीक्षा खत्म होते ही चेहरों पर खुशी थी क्योंकि पहला पेपर था और मन मे डर था के पेपर कैसा आएगा यह पता नही था । पेपर हाथ मे आने के बाद 2 घंटों में ही हल कर दिया। मगर तीन घंटे पहले किसी बच्चों को बाहर नहीं जाने दिया गया।
प्रवेश पत्र देखकर जाने दिया अंदर:
बोर्ड और प्रशासन की ओर से परीक्षाओं को लेकर परीक्षा केंद्रों पर पुख्ता इंतजाम किए गए थे। जहां परीक्षार्थियों को मुख्य द्वार पर प्रवेश पत्रों व फोटो आईडी की जांच के पश्चात प्रवेश दिया गया। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से परीक्षा केंद्रों पर पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए थे। वही परीक्षा देने आये बच्चो को पानी सहित अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई गई
सप्लीमेंट्री कॉपी नही था पता:
परीक्षा देने आये कई छात्रों को नहीं पता था सप्लीमेंट्री कॉपी इस बार नही मिलेगी सप्लीमेंट्री कॉपी के बारे में पहले से जानकारी नहीं थी, कि उन्हें आज एक्सट्रा सप्लीमेंट्री कॉपी नहीं दी जाएगी। इसमें अधिकतर प्राइवेट छात्र शामिल थे जो घर रहकर पढ़ते हैं वहीं गाँव से परीक्षा देने आए सरिता ने बताया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि उनको सप्लीमेंट्री कॉपी नहीं मिलेगी। इसके अलावा अन्य कई बच्चे भी यहां ऐसे थे जिनको इस बारे में जानकारी नहीं थी ।
उत्साह के साथ दिया पेपर:
छात्रा कृतिका ने ने बताया कि आज हिन्दी विषय का पेपर था और बहुत ही अच्छा गया जो याद किया वहीं सब आया जो मुख्य प्रश्न थे उनको याद किया था अधिकांश वहीं पेपर में आए थे। सारे पेपर इसी प्रकार से जाने चाहिए। छात्रों ने बताया कि पहले पेपर के पहले दिन परीक्षा समय से आधे घंटे पहले केन्द्र पर पहुंच गए थे। परीक्षा के पहले कुछ टेंशन थी लेकिन पेपर देखा तो पेपर सरल दिखा।
संवेदनशील केंद्रों पर रही नजर
परीक्षा के दौरान विभिन्न केन्द्रों पर नकल न हो इसके लिए काफी सख्ती बरती गई। सुबह परीक्षा केन्द्रों पर विद्यार्थियों की इंट्री के समय चैकिंग की गई। परीक्षा केन्द्रों पर उडनदस्तों की टीम निरीक्षण करती रही। केन्द्रों पर मोबाइल फोन का पुणर्त: प्रतिबंध रहा।
नकल रोकने बनाए उड़नदस्ते:
वही सहायक संचालक आनंद पाठक ने बताया कि हाई स्कूल के 101 केंद्रों में परीक्षा हुई है। परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए जिला स्तरीय व तहसील स्तर पर भी उड़न दस्ते बनाये जिन्होंने केंद्रों का निरक्षण किया मगर एक प्रकरण नही बना। मंगलवार को 12 वीं की परीक्षा होना है उसको लेकर भी तैयारी पूर्ण कर ली गई है।
10 वीं फैक्ट फाइल
101 केंद्र बनाए
कुल दर्ज बच्चे – 27207
कुल सम्मलित – 26254
अनुपस्थित – 953