धार। जिले व शहर के बहुचर्चित 250 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के सेंट टेरेसा जमीन घोटाले में पांच फरारों के खिलाफ न्यायालय ने स्थायी वारंट के आदेश जारी कर दिए हैं।
धार पुलिस ने संपत्ति कुर्की की उद्घोषणा के लिए न्यायालय की शरण ली थी। इसके बाद न्यायालय में 16 मार्च को सुनवाई की गई। अब फरारों को पुलिस के समक्ष पेश होना पड़ेगा।
डीएसपी यशस्वी शिंदे और टीआई समीर पाटीदार ने बताया कि 16 मार्च को न्यायालय में सुनवाई की गई। शिकायत के बाद सेंट टेरेसा जमीन घोटाले की परतें खुली थी। इसमें शहर के रसूखदार शामिल थे। कई लोग गिरफ्तार हुए और जेल भी गए।
वर्तमान में नगर के कई सफेदपोश जमानत पर चल रहे हैं। उधर मुख्य मास्टरमाइंड सुधीर जैन और खरीददार सिद्धार्थ जैन, आयुषी जैन, अर्पणा दीक्षित, विदुष तिवारी फरार हैं।
इनाम भी है घोषित –
इन लोगों को पकड़ने के लिए पुलिस ने तमाम कोशिशें की, लेकिन ये लोग हाथ नहीं आ रहे थे। इसके बाद पुलिस ने इनकी संपत्ति की उद्घोषणा के लिए न्यायालय की शरण ली। अभी तक इनका गिरफ्तारी वारंट था।
सुनवाई के दौरान न्यायालय ने स्थायी वारंट जारी कर दिया है जिसके चलते अब इन्हें अग्रिम जमानत का लाभ भी नहीं मिल पाएगा।
टीआई समीर पाटीदार ने बताया कि 30 दिन में ये लोग पुलिस के समक्ष पेश नहीं होते है तो संपत्ति कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। सुधीर जैन व चार अन्य फरारों पर 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित है।
ये लोग नवंबर में प्रकरण दर्ज होने के बाद से ही फरार चल रहे हैं। कुल मिलाकर अब ये रसूखदारों को जल्द पुलिस के सामने पेश होना पड़ेगा। सूत्रों की मानें तो इनकी मदद शहर के कुछ बड़े लोग कर रहे हैं।