अस्पताल में बढ़ी सुरक्षा: महिला कर्मियों की सुरक्षा के लिए अब बाइक पुलिस और कैमरों का कड़ा पहरा


धार जिला अस्पताल में महिला डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की सुरक्षा बढ़ाने के लिए पुलिस ने नए कदम उठाए हैं। अस्पताल परिसर में सीसीटीवी कैमरे बढ़ाए जाएंगे और बाइक पुलिस नियमित गश्त करेगी। आपात स्थिति में पुलिस का रिस्पांस समय तीन से पांच मिनट के भीतर रहेगा।


आशीष यादव
धार Updated On :

जिला अस्पताल में महिला डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए पुलिस ने नए उपाय किए हैं। इसमें रात्रि गश्त के साथ-साथ अस्पताल परिसर और आसपास के क्षेत्रों में बाइक पुलिस द्वारा नियमित भ्रमण शामिल है। सुरक्षा को और सुदृढ़ करने के लिए सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी, ताकि हर गतिविधि की निगरानी कंट्रोल रूम से की जा सके।

 

गुरुवार को सीएसपी रविंद्र वास्कले ने थाना प्रभारी सुनील शर्मा और अन्य अधिकारियों के साथ अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अस्पताल में कुछ कैमरे बंद हैं, जिन्हें जल्द ही ठीक किया जाएगा, और जहां महिला कर्मियों की ड्यूटी होती है, वहां अतिरिक्त कैमरे लगाए जाएंगे।

हाल ही में हुई एक घटना के बाद, प्रदेश सरकार ने अस्पतालों में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। अब जिला अस्पताल में पांच वार्ड ऐसे हैं, जहां महिला स्टाफ की तैनाती है। इन वार्डों में महिला सुरक्षा के संबंध में जागरूकता पोस्टर लगाए जाएंगे और नर्सिंग स्टाफ को पुलिस अधिकारियों के संपर्क नंबर दिए जाएंगे, ताकि कोई भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता मिल सके। पुलिस का रिस्पांस समय तीन से पांच मिनट के भीतर होगा।

 

सुरक्षा गार्डों को भी कोतवाली पुलिस द्वारा विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही, अस्पताल की बाउंड्री वॉल की ऊंचाई बढ़ाकर 10 फीट करने की योजना बनाई गई है, ताकि असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके।

निरीक्षण के दौरान पुलिस अधिकारियों ने अस्पताल के विभिन्न वार्डों का दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। पुलिस और प्रशासन ने अस्पताल में सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया है।


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