नगर पालिका धार में बुधवार को सीएमओं और नपा सफाई कर्मचारियों में शहर की सफाई व्यवस्थाओं को लेकर विवाद और कहासुनी हो गई। विवाद के बाद कर्मचारी बैठक छोड़कर बाहर आ गए और सीएमओं निशिकांत शुक्ला पर अभद्रता और अपशब्द कहने के आरोप लगाए। दअरसल शहर की बिगडी सफाई व्यवस्थाओं को लेकर सीएमओ को लगातर शिकायतें मिल रही थी। जिस पर दोपहर के समय सीएमओं ने सफाई दरोगाओं की बैठक बुलाई थी। बैठक में सफाई दरोगाओं और सीएमओ में सफाई व्यवस्थाओं को लेकर कहासुनी हो गई।
बैठक में हुई कहासुनी के बाद सीएमओं और दरोगा आमने-सामने हो गए। विवाद बढ़ता देख दरोगा सहित नपा कर्मचारी बैठक छोड़कर बाहर आ गए। सीएमओं शुक्ला और कर्मचारियों में विवाद की सूचना पर अन्य कर्मचारी भी नपा परिसर में एकत्रित हो गए और सीएमओं पर तीन माह से वेतन नहीं देने और अभद्रता करने के आरोप लगाए।
विवाद के बाद कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष सुरेश पाल ने अक्टूबर व नवंबर माह का वेतन देने की मांग को लेकर एक ज्ञापन भी नपा की आवक-जावक शाखा में दिया। जिलाध्यक्ष पाल ने बताया नगर पालिका के समस्त कर्मचारियों, दैनिक वेतन भोगी एवं आउटसोर्स कर्मचारियों को अक्टूबर व नवंबर माह का वेतन नहीं मिला है। कर्मचारियों के मकान का लोन, एलआईसी की किस्त जमा करने में दिक्कत आ रही है। साथ ही घर का खर्च चलाने के लिए उधार और ब्याज पर रुपए लेकर आना पड़ रहा है। ऐसे में 7 दिन में वेतन जमा करवाने की मांग ज्ञापन के माध्यम से रखी गई है।
कर्मचारियों ने कोतवाली थाने पर सौंपा आवेदनः सीएमओ शुक्ला से नाराज नपाकर्मी एकत्रित होकर कोतवाली थाने पहुंचे, जहां एक आवेदन भी थाना प्रभारी को सौंपा। ज्ञापन में कर्मचारियों ने बताया सीएमओं द्वारा विगत कई दिनों से अभद्र व्यवहार किया जा रहा है। तीन से चार माह से वेतन भी नहीं दिया गया। इस संबंध में नपा कार्यालय पर एक बैठक रखी गई थी। इसमें सफाई कर्मचारियों से सीएमओं ने अपशब्द कर जाति सूचक गालियां देकर अपमानित किया।
इधर सीएमओ निशिकांत शुक्ला ने बताया शहर में सफाई व्यवस्थाओं को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थी। जिसको लेकर सफाई दरोगाओं की एक बैठक बुलाई थी। बैठक में सफाई कर्मचारियों ने इस तरह का आचरण किया है। अभद्रता जैसी कोई बात नहीं है।