जिले में सड़क सुरक्षा माह के तहत जिला परिवहन विभाग द्वारा लोगों को सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए जागरूक किया जा रहा है। अलग-अलग स्थानों पर विभाग की टीम सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। सड़क सुरक्षा और वाहन संचालन के लिए 10 स्वर्णिम नियम बताए जा रहे हैं। इन नियमों में गाड़ी धीमी चलाने, अनियंत्रित जेब्रा क्रॉसिंग पर पैदल यात्रियों को पहले सड़क पार करने देने, सीट बेल्ट लगाने, यातायात के नियमों और चिह्नों का पालन करने, गति सीमा का ध्यान रखने सहित अन्य उपाय शामिल हैं।
साथ ही वाहन चलाते समय मोबाइल का उपयोग न करने, हेलमेट पहनने, वाहन को सुरक्षित ढंग से चलाने और दूसरों का ध्यान रखने जैसी बातों पर भी बल दिया जा रहा है।
सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार नशे में वाहन चलाना, गति सीमा का उल्लंघन, मोबाइल फोन पर बात करना और ओवरलोडिंग जैसे दंडनीय अपराधों के बारे में भी जागरूकता फैलाई जा रही है। आरटीओ के कर्मचारी लोगों को यह समझा रहे हैं कि इन नियमों का पालन करना उनकी खुद की सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
दो स्कूलों की बसों पर चालानी कार्रवाई
धार में संचालित स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आरटीओ की टीम ने स्कूलों का निरीक्षण किया। बड़े बाबू मधुकर सिसोदिया ने बताया कि गौतम इंटरनेशनल स्कूल में अग्निशमन यंत्र और फिटनेस उपकरण न होने के कारण चार वाहनों पर चालानी कार्रवाई की गई और 2,000 रुपए का जुर्माना वसूला गया। वहीं, दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल की बसों में कमियां पाए जाने पर 1,000 रुपए का चालान किया गया। स्कूल प्रबंधन को सख्त निर्देश दिए गए कि वे सभी वाहनों को पूर्ण रूप से फिट कर सड़क पर चलाएं।
अन्य स्कूलों में भी बसों की फिटनेस, बीमा, परमिट, सीसीटीवी कैमरा, पैनिक बटन, अग्निशमन यंत्र आदि की जांच की गई। इसके अलावा, स्कूल संचालकों, ड्राइवरों और क्लीनरों को सड़क सुरक्षा और यातायात के नियमों की जानकारी दी गई।
अभियान नियमित रूप से जारी रहेगा
परिवहन विभाग के आरटीओ ह्रदयेश यादव ने बताया कि सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए इस तरह के अभियान नियमित रूप से चलाए जाएंगे। उन्होंने वाहन मालिकों से अपील की कि वे अपने वाहनों की सभी कमियों को दूर करें और नियमों का पालन करें ताकि सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित हो सके। इस अभियान में स्कूल-कॉलेजों की बसों के साथ-साथ किसानों के ट्रैक्टर-ट्रॉली पर रेडियम रिफ्लेक्टर लगाए जा रहे हैं।
इसके अलावा, ओवरलोड वाहनों पर सख्ती बरती जा रही है और सड़क सुरक्षा को लेकर आम नागरिकों में जागरूकता बढ़ाई जा रही है। प्रशासन के इन प्रयासों से धार जिले की सड़कों को सुरक्षित बनाने की दिशा में एक सकारात्मक संदेश गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान
इस बार आरटीओ विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों में भी विशेष ध्यान दिया है। किसानों को जागरूक करने के लिए मंडियों में जाकर ट्रैक्टर-ट्रॉली पर 75 से अधिक रेडियम रिफ्लेक्टर लगाए गए। जिले के विभिन्न अनुविभागीय मार्गों पर प्रतिदिन कार्रवाई की जा रही है और वाहन चालकों को रात्रि में धीमी गति से वाहन चलाने की सलाह दी जा रही है। प्रशासन के इन ठोस प्रयासों से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है।