धार। मांडू के ऐतिहासिक महलों में मंगलवार को अभिनेता विकी कौशल और अभिनेत्री सारा अली खान फिल्म लुका-छुपी 2 के लिए कई सीन व गानों की शूटिंग करते नजर आए।
सोमवार की सुबह से लेकर शाम तक फिल्म लुका-छुपी 2 की शूटिंग हुई लेकिन पैकअप के बाद वहां जमकर बवाल हो गया। स्थानीय लोगों व अधिकारियों के दखल के बाद मामला शांत हुआ।
मांडू के ऐतिहासिक रानी रूपमती महल में फिल्म की यूनिट सूर्योदय होते ही पहुंच गई थी। सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक रानी रूपमती महल के ऊपर फिल्म के गाने को फिल्माया गया।
इस दौरान अभिनेत्री सारा अली खान और विकी कौशल ने आपसी चर्चा में यूनिट के सदस्यों से कहा कि मांडू अद्भुत जगह है। यहां कई फिल्मों की शूटिंग हुई है और कई फिल्म स्टार यहां आए हैं। यहां फिल्मों की शूटिंग होती रहना चाहिए। हम भी यहां आकर खुश हैं और यहां आते रहना चाहते हैं।
फिल्म की शूटिंग के दौरान एक सीन में स्थानीय युवाओं को भी अपना अभिनय दिखाने का मौका मिला। दूसरी तरफ नालछा के विद्यालय के लगभग 19 बच्चों ने भी विद्यार्थी का किरदार निभाया। इस दौरान यूनिट के सभी लोगों के साथ विद्यार्थियों का भी टेस्ट लिया गया।
शूटिंग खत्म होने के बाद हुआ विवाद –
शाम लगभग साढ़े पांच बजे फिल्म की शूटिंग खत्म होने के बाद अचानक विवाद की स्थिति बन गई। जानकारी के मुताबिक, पुरातत्व विभाग के पास शाम तक आधिकारिक तौर पर अनुमति नहीं मिली थी जबकि 24 जनवरी को धरोहर राशि उनके खाते में आ चुकी थी।
इस दौरान शाम होने पर जहाज महल का पिछला दरवाजा बंद कर ताला लगा दिया गया। इस पर फिल्म यूनिट के लगभग सौ से डेढ़ सौ लोगों ने जमकर बवाल मचाया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उन्होंने वहां पर गाली-गलौज और वाद-विवाद कर स्थानीय लोगों के साथ मारपीट भी की। साथ ही साथ यूनिट के लोगों ने पत्थर मार-मारकर दरवाजे पर लगा ताला तोड़ दिया।
दूसरी तरफ, लाइट एंड साउंड शो का संचालन करने वाले कर्मचारियों के साथ भी यूनिट के लोगों ने दुर्व्यवहार किया। घटनाक्रम के फोटो और वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुए। यूनिट के लोग अपनी मशीनरी व अन्य सामग्री लेकर रवाना हो गए।
स्थानीय लोगों को मालूम होने के बाद बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचे। विवाद गरमाता देखकर स्थानीय युवाओं से फिल्म की यूनिट के अधिकारियों ने हाथ जोड़कर माफी मांगी।
जानकारी मिलने पर एसडीओपी और तहसीलदार पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के बल के साथ मौके पर पहुंचे। दोनों पक्षों की बातें सुनी। उसके बाद दोनों पक्षों में आपसी सहमति से मामले का निपटारा हुआ।