जिला आरटीओ ने स्कूलों में जाकर वाहन जांच अभियान चलाया, जिसके तहत 300 से अधिक वाहनों की जांच की गई। इस कार्रवाई में नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों से 4 लाख 50 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया और 35 स्कूल वाहनों को जब्त किया गया। यह अभियान लगातार दो सप्ताह तक चला और इसका उद्देश्य स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना था।
आरटीओ द्वारा की गई इस जांच के बाद स्कूल संचालक अब गाड़ियों की फिटनेस और अन्य आवश्यक दस्तावेजों की पूर्ति में तत्पर हो गए हैं। जिले में निजी स्कूल संचालक अक्सर खराब स्थिति की बसों का उपयोग करते थे, जिससे बच्चों की सुरक्षा को खतरा होता था। सड़क दुर्घटनाओं की घटनाओं के मद्देनज़र, इस सघन चेकिंग अभियान को शुरू किया गया था।
1 जुलाई से शुरू हुए इस अभियान के दौरान, आरटीओ हृदयेश यादव और यातायात विभाग की टीम ने जिले के 5 दर्जन से अधिक स्कूलों का दौरा किया। 300 से अधिक बसों की जांच में कई खामियां पाई गईं, जिन्हें सुधारने के लिए निर्देश दिए गए। इसके साथ ही, दो सप्ताह में 4 लाख 55 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया और 35 स्कूल वाहनों को जब्त किया गया।
आरटीओ ने बताया कि यह कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी। विभाग ने स्कूल संचालकों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए खराब बसों का उपयोग न करें। अगर किसी बस में गंभीर खामियां पाई जाती हैं, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नया प्रयोग और भविष्य की योजना:
इस बार आरटीओ यादव ने स्कूलों में समय पर जाकर जांच करने का नया तरीका अपनाया, ताकि बसें और वाहन दस्तावेज़ सुबह के समय जांचे जा सकें जब बच्चे स्कूल पहुंचते हैं और बसें वहाँ मौजूद रहती हैं। इस दौरान परमिट, बीमा और पैनिक बटन की स्थिति की भी विशेष निगरानी की जाती है। अगर किसी बस में पैनिक बटन नहीं है या दस्तावेज़ में कमी है, तो उस पर चालानी कार्रवाई की जाती है।
मैजिक वाहनों पर भी ध्यान:
चेकिंग अभियान में मैजिक वाहनों को भी शामिल किया गया है। कई मैजिक संचालक क्षमता से अधिक बच्चों को बैठा कर यात्रा करवा रहे हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। विभाग ने चेतावनी दी है कि अगर कोई मैजिक वाहन नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यात्री बसों पर कार्रवाई:
यात्री बसों में किराए की बढ़ोतरी की शिकायतों को लेकर भी कार्रवाई की गई है। आरटीओ यादव ने स्वयं बस में सफर कर किराए की बढ़ोतरी की स्थिति की जांच की। यदि कोई बस संचालक उचित टिकट नहीं दे रहा है या अत्यधिक किराया ले रहा है, तो संबंधित शिकायत आरटीओ में दर्ज करवाई जा सकती है और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इस समय जारी चेकिंग अभियान के तहत स्कूलों में बसों की दस्तावेज़ जांच की जा रही है। अब तक 4 लाख 55 हजार रुपये का जुर्माना वसूला जा चुका है और 37 बसों को जब्त किया गया है। आरटीओ हृदयेश यादव ने आश्वस्त किया है कि यह कार्रवाई जारी रहेगी और बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।