RTO ने यात्री बनकर बस में किया सफ़र तब पता चली आम आदमी की पीड़ा, बस मालिकों की मनमानी के आगे मजदूरों को देना होता है दोगुना किराया


धार आरटीओ ने बताया कि इंदौर क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार को अधिक किराया ली जाने वाले यात्री बसों के परमिट निलंबित किए जाने हेतु पत्राचार भी किया जा रहा है


आशीष यादव
धार Published On :

आरटीओ ने आम नागरिक बनकर की बस की तहकीकात वही सवारी से अधिक किराया लेने पर ली जानकारी वही आम नागरिक बनकर इंदौर से बस में बैठकर धार आरटीओ हृदयेश यादव ने यात्रियों से जानकारी ली जब आरटीओ ने सवारी से कहा कि मैं धार आरटीओ हूं, क्या परेशानी आ रही है! इस पर महाराष्ट्र की सवारी ने कहा कि बस हमसे पीथमपुर बोलकर बैठाया और रास्ते में दूसरी बस में बैठा दिया और किराया भी ज्यादा लिया। जिस पर आरटीओ ने पीथमपुर थाने पर बस पार्क करवाई गई।

बस को पीथमपुर थाने लेकर पहुंचे RTO अधिकारी हृदेश यादव

धार आरटीओ ने बताया कि इंदौर क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार को अधिक किराया ली जाने वाले यात्री बसों के परमिट निलंबित किए जाने हेतु पत्राचार भी किया जा रहा है यह कार्रवाई मध्यप्रदेश शासन के निर्देशानुसार एवं धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा निर्देश पर की है वहीं धार कलेक्टर को लगातार इंदौर से पीथमपुर तक वाया महू होकर बसों में अधिक किराया वसूलने की शिकायत प्राप्त हो रही थी । जिसके लिए आरटीओ ने बसों पर कार्रवाई करने के लिए यह तरीका निकाला, सबसे पहले अधिकारी धार से इंदौर पहुंचे।

इंदौर के राजीव गांधी चौराहे से पीथमपुर की ओर आने वाली यात्री बस में यात्री बनकर चढ़े उन्होंने कंडक्टर को बातों में बताया कहा कि मुझे आयशर कंपनी में इंटरव्यू देने जाना है और वह एक सीट पर जाकर बैठ गए उनके साथ क्षेत्रीय परिवहन विभाग का अमला भी मौजूद था बस में बैठने से लेकर उतरने तक का स्टिंग ऑपरेशन सहयोगी कर्मचारी से करवाया।

इस स्टिंग में बस का कंडक्टर इंदौर से सवारी से पीथमपुर तक का 100 रु लेते स्टिंग में नजर आया इंदौर से महू तक का 40 रु किराया वसूले। कंडक्टर आरटीओ ह्रदयेश यादव ने साथी यात्रियों से बातचीत करने पर उन्हें पता लगा कि हर बस में किराया अलग-अलग लिया जा रहा है। वहीं पीथमपुर में बस से उतरने के बाद आरटीओ ने बस का परमिट अन्य कागज फिटनेस बीमा चेक किया तो दस्तावेज में खामियां पाई गईं, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ने तत्काल बस को पीथमपुर थाने पर खड़ी करवाया।

वहीं क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के अमले के द्वारा पीथमपुर से निकलने वाली बस को रोककर यात्रियों से किराए सम्बन्धी चर्चा की एवम बस के दस्तावेज जांचे जिनमें से चार कागज़ अधूरे पाए गए।

आरटीओ हृदयेश यादव ने बताया कि बस यात्री की पीड़ा बस में यात्री बनकर ही जानी जा सकती थी इसीलिए वह बस में सवार होकर आए और मिलने वाली शिकायत सही पाई गई किराया दुगना लिया जा रहा था और यह बड़ा खेद का विषय है हम बसों के परमिट को निरस्त करने के लिए क्षेत्रीय प्राधिकार इंदौर को सूचित कर रहे हैं वहीं बस ऑपरेटर को भी नोटिस जारी कर रहे है और यह कार्रवाई निरंतर चलती रहेगी ।

 

आरटीओ यादव ने कहा कि हमारे कलेक्टर महोदय के निर्देश थे कि जितनी यात्री बसों में जो बड़े हुए किराए का इश्यू है इस पर कार्रवाई करना है इसी तारतम्य में आज कार्रवाई की गई है। चार यात्री बसों को हमने जप्त किया है अभी कार्रवाई आगे निरंतर जारी रहेगी जप्त की गई सभी बस के ऑपरेटरों को नोटिस जारी कर रहे हैं । क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार इंदौर को भी हम सूचित कर रहे हैं इन बसों के परमिट को निरस्त करने के लिए लिख रहे हैं, यात्रियों के लिए जो किराया सूची होती है उसके लिए भी हमने बस ऑपरेटरों को सूचित किया है उनको नोटिस भी हम तामिल कर रहे हैं। यह ओचक निरीक्षण है इस तरह की कार्रवाई हम निरंतर करते रहेंगे।

इसमें मामले में शिकायत थी कि जो निर्धारित किराया है उससे दुगना किराया बस के कंडक्टर द्वारा लिया जा रहा था। यह वास्तविक रूप से खेद का विषय है, एक गरीब व्यक्ति जो है जो मजदूर वर्ग से आता है उनसे दुगना किराया लिया जाएगा तो यह बहुत खेद का विषय होता है। दैनिक मजदूरी का एक बड़ा हिस्सा अगर बस के किराए में जा रहा है तो यह सोचने का विषय है यात्रियों का कहना है कि बसों में किराया बढ़ाकर करेगी ही लिया जा रहा है कई यात्री रोज आने जाने वाले हैं, उनका कहना था की बस वालो पर सख्त कार्रवाई होना चाहिए। मेंने इस बस में यात्री की तरह ही सफर किया है और यात्रियों से बातचीत भी की है इसमें कलेक्टर महोदय के निर्देश थे कि आप स्वयं बस में सवार होकर जाएंगे और ग्राउंड रियलिटी को जानेंगे, अभी 4 बसों पर हमने कार्रवाई की है।

अधिकारी ने कहा कि यात्रियों द्वारा शिकायत मिली थी जिसको लेकर आज मैं स्वयं इंदौर से बैठकर पीथमपुर के लिए टिकट कटवाई थी जिसमें अधिक किराया लिया जा रहा था वहीं यात्रियों ने भी बातचीत में कहां के किराया ज्यादा लिया है इसको लेकर हमने बसों पर कार्रवाई की है वह इंदौर परिवहन को पत्र भी लिखा है । इन बसों के परमिट को निरस्त करने के लिए कहा गया है।


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