दिनदहाड़े बैंक के बाहर हुई चोरी, घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद


ग्राम खोकरिया (बलवारी) में रहने वाले एक किसान बाल्या द्वारा सोमवार को बैंक से 70 हजार 500 रुपये निकालने के बाद दिनदहाड़े चोरी की घटना सामने आई है, जो वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।


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धार Published On :
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जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के बाहर का चित्र


अज्ञात युवक ने बाइक की डिक्की से रुपये निकाले, गेहूं उपज का था भुकतान।
धार/धामनोद। समीपस्थ ग्राम खोकरिया (बलवारी) में रहने वाले एक किसान बाल्या द्वारा सोमवार को महेश्वर चौराहे स्थित बैंक से 70 हजार 500 रुपये निकालने के बाद दिनदहाड़े चोरी की घटना सामने आई है, जो वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।

सोमवार दोपहर दो बजे के करीब ॐकार कॉलोनी स्थित जिला सहकारी केंद्रीय बैंक से ग्राम खोकरिया (बलवारी) निवासी बाल्या (80 वर्ष) पिता नानजा अपने पुत्र हीराचंद सिंगारे के साथ बैंक आकर खाते से 70500 रुपये नगद राशि निकाली।

इसके बाद बैंक से घर जाते समय रुपये बाइक की डिक्की में रख दिये थे। बाइक पर बाल्या के बैठते समय एक युवक ने चालाकीपूर्वक पीछे से डिक्की से रुपये की थैली निकाल ली। इससे पहले वे लोग उस बदमाश को पकड़ पाते, वह मौके से फरार हो चुका था।

घटना की जानकारी लगते ही आसपास उपस्थित मौजूद लोगों ने युवक का पीछा करने की कोशिश भी की, लेकिन बदमाश वहां से भाग निकला। तत्काल इस घटना की जानकारी पुलिस को दी गई, जो मौके पर पहुंच कर मामले की जांच कर रही है।

कैमरे में नजर आई घटना –

आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। कैमरे में घटना की पूरी जानकारी नजर आ रही है। पुलिस अज्ञात बदमाश को तलाशने में जुटी है।

खास बात यह है कि घटना होने की जानकारी पीड़ित को नहीं थी, लेकिन नजदीक खड़े सचिन पिता कैलाश ने घटना की जानकारी पीड़ित को दी। उसने बताया कि कोई शख्स आपकी डिक्की से पैसे लेकर भाग गया।

सचिन ने बताया कि पहले मैं उक्त व्यक्ति को इनका साथी समझा। बाद में मुझे लगाकर युवक ने कोई वारदात की।

खुले रुपये के कारण हुई घटना –

पीड़ित के बेटे हीराचंद ने बताया कि उक्त भुगतान गेहूं की उपज का व कुछ भुगतान शासन के द्वारा दी गई योजना का शामिल है। उसने घटना की वजह बैंक द्वारा 500 रुपये की चिल्लर देना बताया।

हीराचंद का कहना है कि यदि बैंक खुले पैसे नहीं देती तो रुपये मैं अपनी जेब में रख लेता। चिल्लर की वजह से मुझे पैसा डिक्की में रखना पड़ा। बताया जा रहा है कि घटना के दौरान बैंक के बाहर कोई भी चौकीदार मौजूद नहीं था अन्यथा दिनदहाड़े हुई घटना रोकी जा सकती थी।


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