धार। जिलेभर में नए वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से रजिस्ट्री करवाना महंगा हो जाएगा। दरअसल जिला मूल्यांकन समिति की बैठक में शुल्क बढ़ोतरी का के लिए प्रस्ताव केंद्रीय मूल्यांकन बोर्ड भोपाल को भेजा गया है।
बोर्ड की स्वीकृति से 1 अप्रैल से नए शुल्क लागू हो जाएंगे। इसके तहत प्रत्येक रजिस्ट्री पर 0.17 प्रतिशत का शुल्क बढ़ेगा। लेकिन कुछ लोकेशन ऐसी है, जहां इसका असर काफी अधिक रहेगा।
जिले की गाइडलाइन को लेकर सोमवार को कलेक्टोरेट में जिले की सभी पांच उप जिला मूल्यांकन समितियों के साथ एक बैठक हुई। इसमें इस प्रस्ताव पर सहमति बनी।
गौरतलब है कि इसके पहले वर्ष 2014-15 में रजिस्ट्री शुल्क में 7-8 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी। इसके बाद से कोई बढ़ोतरी नहीं हो पाई थी। पांच साल बाद शुल्क बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा गया है।
हालांकि इस बार राहत यह है कि 0.17 प्रतिशत की ही बढ़ोतरी प्रस्तावित की गई है। इस कारण थोड़ी राहत जरूर मिलेगी।
गाइडलाइन से अधिक पर रजिस्ट्री
– धार शहर सहित जिले की कुछ लोकेशन ऐसी है, जहां सरकारी गाइडलाइन से कई गुना अधिक दर पर रजिस्ट्रियां करवाई जा रही थी।
– इस कारण यहां पर रजिस्ट्री शुल्क को बढ़ा दिया गया है। जिले में 65 लोकेशन ऐसी है, जहां गाइडलाइन से अधिक दर पर रजिस्ट्री हो रही थी।
– इनमें केसूर में 8, पीथमपुर में 14, बगदून में 17, मंडलावदा में 18, तिरला में 19 व राजोद में 14 प्रतिशत अधिक दर पर रजिस्ट्री हो रही थी। इस कारण इन लोकेशन अब गाइडलाइन बढ़ा दी गई है।
– वहीं धार शहर में भी महालक्ष्मी नगर, मालवा कुंज, पंचशील, दीनदयालपुरम, दौलत नगर व मालीवाड़ा में रजिस्ट्री भी गाइडलाइन से अधिक रेट पर हुई है।
20 लोकेशन जहां दर कम होगी
वहीं जिले की 20 लोकेशन ऐसी है, जहां पर रजिस्ट्री शुल्क नए वित्तीय वर्ष से रेट कम हो जाएंगे। 8 से 10 प्रतिशत रजिस्ट्री शुल्क कम करने का प्रस्ताव है।
इनमें धार की शास्त्री कॉलोनी, जबरन कॉलोनी व चिराखान गांव के अलावा बदनावर के पिटगारा, बटवाडिय़ाकलां व बावडिय़ा में भी रेट कम हो जाएंगे। इसी तरह सरदारपुर के आंबा, सियावट व करनावल में भी रजिस्ट्री शुल्क कम हो जाएगा। ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि इन लोकेशन पर बीते पांच वर्ष में एक भी रजिस्ट्री नहीं हुई है।
लक्ष्य से अधिक राजस्व वसूली
कोरोनाकाल के बावजूद इस बार रजिस्ट्रियों की संख्या में कमी नहीं आई है। यहीं कारण है कि इस बार राजस्व वसूली के लक्ष्य 158 करोड़ पर 170 करोड़ की वसूली की जा चुकी है। अप्रैल अंत तक 20 करोड़ और आने की संभावना है। वही पिछले वर्ष लक्ष्य 150 करोड़ थी वहीं 183 करोड़ राजस्व प्राप्त हुआ।
केस 1 :
शहर के महालक्ष्मी नगर एक वर्ष में कुल 42 रजिस्ट्रियां हुई। इनमें से 36 रजिस्ट्री कॉलोनी की गाइडलाइन से 18 प्रतिशत अधिक रेट पर हुई। यहां पर बीते एक वर्ष में जो रजिस्ट्री हुई वह 5600 रुपए प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से हुई। इस कारण इसे बढ़ाकर 6 हजार रुपए प्रति वर्ग मीटर प्रस्तावित कर दिया गया है।
केस 2 :
इसी तरह पीथमपुर की छत्रछाया कॉलोनी में एक वर्ष में 30 रजिस्ट्री हुई। इनमें से 23 रजिस्ट्री अधिक दाम पर हुई। यहां भी गाइडलाइन से 22 प्रतिशत अधिक दाम पर रजिस्ट्रियां करवाई गई। यह रजिस्ट्रियां 7200 रुपए प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से हुआ है। इस कारण इस कॉलोनी में नए वित्तीय वर्ष से 7800 रुपए प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से रजिस्ट्रियां करवाई जा सकेगी।
करवा सकते हैं रजिस्ट्री
अप्रैल से रजिस्ट्री शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव रखा गया है। इसे केंद्रीय मूल्यांकन बोर्ड भोपाल को भेज दिया गया है। 31 मार्च तक लोग वर्तमान शुल्क के आधार पर रजिस्ट्रियां करवा सकते हैं। जिलेभर के पंजीयक विभाग अवकाश के दिन भी खुले रहेंगे। – दीपक कुमार शर्मा, जिला पंजीयक धार