धार। बिजली की गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति के साथ ही शासन एवं नियामक आयोग के हिसाब से जारी बिलों की शत प्रतिशत वसूली बहुत जरूरी है। राशि बकाया होने पर मुश्किलें बढ़ती हैं, विवाद की नौबत भी आती है।
प्रत्येक बिजली कर्मचारी, अधिकारी राजस्व संग्रहण के लिए गंभीरता से प्रयास करें। उक्त निर्देश मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने दिए।
तोमर मंगलवार को धार स्थित बिजली कंपनी के जिला कार्यालय में अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि धार जिले में लाखों उपभोक्ताओं पर बिजली बिल राशि बकाया है, इनसे राशि वसूली जाए। जहां ज्यादा परेशानी है, वहां राशि किश्तों में ली जाए ताकि बकाया राशि में क्रमशः कमी आ सके।
उन्होंने बताया कि जारी वित्तीय वर्ष में धार जिले में करीब तेरह फीसदी बिजली पिछले वर्ष की समान अवधि के दौरान अधिक वितरित की गई है।
प्रबंध निदेशक तोमर ने कहा कि सर्कल द्वारा धार, राजगढ़, मनावर, कुक्षी डिविजन से राजस्व संग्रहण, उपभोक्ता शिकायत निवारण एवं मेंटेनेंस की जानकारी प्रतिदिन ली जाए।
डिविजन प्रभारी इसी तरह संबंधित बिजली वितरण केंद्रों के प्रभारियों से दैनिक प्रगति रिपोर्ट लें, जहां कमी दिखाई दे, वहां तुरंत संज्ञान लिया जाए।
उन्होंने गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति, शिकायत निवारण समय पर करने के अलावा मेंटेनेंस, रिकवरी, सीआरपीयू, स्टब बढ़ाने, एफआरटी की वसूली के अलावा आगामी रबी सीजन की तैयारी के संबंध में निर्देश दिए।
इस दौरान अधीक्षण यंत्री जेआर कनखरे समेत अन्य कार्यपालन यंत्री, सहायक यंत्री, कनिष्ठ यंत्री प्रमुख रूप से मौजूद थे। प्रबंध निदेशक ने धार के स्टोर कार्यालय एवं जेतपुरा स्थित बिजली ग्रिड का भी निरीक्षण किया।
धार दौरे के दौरान मप्रपक्षेविविकं के प्रबंध निदेशक अमित तोमर से कलेक्टर आलोक कुमार सिंह ने भी मुलाकात की। इस दौरान बिजली वितरण, उपभोक्ता शिकायत निवारण समेत अन्य विषयों पर चर्चा की गई।