रेंजर रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, लोकायुक्त की कार्रवाई से हड़कंप


धार जिले के बाग वन परिक्षेत्र के रेंजर वैभव उपाध्याय को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी ने सड़क निर्माण कार्य की अनुमति के बदले 3% रिश्वत मांगी थी।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :

वन विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए लोकायुक्त पुलिस ने धार जिले के बाग वन परिक्षेत्र के रेंजर वैभव उपाध्याय को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई 9 अप्रैल 2025 को लोकायुक्त एसपी डॉ. राजेश सहाय के निर्देशन में गठित ट्रैप दल द्वारा की गई।

 

जानकारी के अनुसार, बाग रोड से पांडु गुफा तक लगभग 3 किलोमीटर सड़क निर्माण का ठेका एक ठेकेदार को मिला है, जिसमें से करीब 2 किलोमीटर हिस्सा वन विभाग की सीमा में आता है। इसके लिए विभागीय अनुमति भी ली गई थी। लेकिन रेंजर वैभव उपाध्याय ने निर्माण कार्य रोक दिया और निर्माण लागत का 3 प्रतिशत हिस्सा रिश्वत के रूप में मांग लिया।

 

सूत्रों के मुताबिक, आरोपी रेंजर पहले ही ₹96,000 की रिश्वत ले चुका था और अब ₹2 लाख की और मांग कर रहा था। इसी कड़ी में ₹1 लाख की राशि लेते वक्त लोकायुक्त टीम ने उसे पकड़ लिया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा 7 के तहत कार्यवाही की जा रही है।

 

ट्रैप दल में ये अधिकारी थे शामिल:

  • डीएसपी सुनील तालान
  • निरीक्षक राहुल गजभिए
  • प्रधान आरक्षक प्रमोद यादव, रंजीत द्विवेदी
  • आरक्षक अनिल परमार
  • पवन पटोरिया
  • आशीष नायडू
  • रामेश्वर निंगवाल
  • कृष्णा अहिरवार

 

लोकायुक्त की इस कार्रवाई से वन विभाग में हड़कंप मच गया है। इससे पहले भी बाग रेंज से तेंदुए की मौत के मामले में वैभव उपाध्याय को नोटिस थमाया गया था, और अब रिश्वत प्रकरण में गिरफ्तारी ने विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

सरकार और विभाग के उच्च अधिकारियों से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग उठ रही है।