ट्रक सहित 36 लाख के माल चोरी मामले को राजगढ़ पुलिस ने 72 घंटों में सुलझाया


टीआई कमल सिंह पंवार के अनुसार राजगढ़ से चोरी हुआ ट्रक बदनावर की ओर जाता हुआ देखा गया था, जिसके बाद पुलिस टीम सक्रिय हुई तथा बदनावर में मुलथान फाटे के समीप स्थित वनस्थली ढाबे के पास चोरी हुआ ट्रक मिला।


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धार Published On :
dhar police action

धार। ग्राम धुलेट में सेवा ढाबे के बाहर खड़े ट्रक चोरी के मामले में राजगढ़ पुलिस ने सफलता हासिल करते हुए ट्रक सहित लाखों रुपये के माल चोरी के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

आरोपी तक पहुंचने के लिए पुलिस टीम को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा क्योंकि ट्रक मालिक ढाबे के बाहर वाहन को खड़ा करके अंदर खाना खाने के लिए चला गया था जिसके बाद आरोपी ने मास्टर चाबी का उपयोग करके वाहन को चोरी कर लिया था।

इस पूरे मामले में आरोपी सहित ट्रक तक पहुंचने के लिए पुलिस टीम ने कई सीसीटीवी कैमरे खंगाले तथा मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया जिसके बाद ट्रक में रखे हुए डामर के ड्रमों का सौदा होने की बात सामने आने पर पुलिस ने वाहन को जप्त कर लिया। अब पुलिस आरोपी से आगे की पूछताछ कर रही है।

दरअसल राजगढ़ थाना अंतर्गत सेवा ढाबे के समीप 7 जनवरी को दोपहर के समय ट्रक क्रमांक एमपी-46 एच-5772 खड़ा हुआ था, ट्रक चालक जफर पिता इसाफ खान ढाबे पर खाना खाने के लिए गया था।

इसी दौरान अज्ञात बदमाश ट्रक को चोरी करके लेकर गया जिसपर 156 ड्रम डामर के रखे हुए थे, जो निर्माण के लिए उपयोग में आने के लिए जा रहा था। राजगढ़ पुलिस ने जफर की सूचना पर प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।

वाहन में रखे डामर सहित वाहन की कुल कीमत 36 लाख 66 हजार रुपये थी, ऐसे में एसपी आदित्य प्रताप सिंह के निर्देशन व एसडीओपी राम सिंह मेड़ा के मार्गदर्शन में जांच शुरू की गई।

टीआई कमल सिंह पंवार के अनुसार राजगढ़ से चोरी हुआ ट्रक बदनावर की ओर जाता हुआ देखा गया था, जिसके बाद पुलिस टीम सक्रिय हुई तथा बदनावर में मुलथान फाटे के समीप स्थित वनस्थली ढाबे के पास चोरी हुआ ट्रक मिला।

वाहन में सवार कुलदीप उर्फ गोलु पिता तुलसीराम से ट्रक सहित वाहन में रखे हुए डामर के बारे में थाने पर ले जाकर कड़ी पूछताछ की गई तो आरोपी ने राजगढ़ से वाहन चोरी करने की बात कबूली तथा वाहन को इंदौर के एक व्यापारी को बेचने की तैयारी के बारे में भी बताया।

हालांकि इसके पहले ही पुलिस ने घटना के 72 घंटे बाद ही पूरे मामले का खुलासा कर दिया। आरोपी सहित वाहन जब्त करने की पूरी कार्रवाई में सउनि राजेश चौहान, सउनि रविंद्र चौधरी, आरक्षक दिनेश, व़ीरेंद्र डामारे, सुनिल मोर्या, प्रदीप भदौरिया की महत्वपूर्ण भूमिका रही।


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