राजगढ़: पुलिस आरक्षक ने किराए के मकान में की आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस


राजगढ़ थाना में पदस्थ पुलिस आरक्षक अजय बामनिया ने अपने किराए के मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, पुलिस जांच में जुटी। पढ़ें पूरी खबर।


आशीष यादव
धार Published On :

धार जिले के राजगढ़ नगर में एक पुलिस आरक्षक द्वारा आत्महत्या करने की दुखद घटना सामने आई है। राजगढ़ थाने में पदस्थ 29 वर्षीय आरक्षक अजय बामनिया ने अपने किराए के मकान में फांसी लगाकर जान दे दी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और जांच शुरू कर दी गई।

 

रात 12 बजे ड्यूटी से लौटा, सुबह मिला शव

प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरक्षक अजय बामनिया रात करीब 12 बजे ड्यूटी समाप्त कर अपने घर लौटे थे। वे अपने लक्ष्मी विहार कॉलोनी स्थित किराए के मकान में पत्नी और बेटे के साथ रहते थे। रात में उन्होंने बेडरूम का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। सुबह जब उनकी पत्नी मनीषा ने दरवाजा खटखटाया तो कोई जवाब नहीं मिला। जब खिड़की से झांककर देखा गया, तो अजय बामनिया का शव पंखे से लटका हुआ था।

घटना की जानकारी मिलते ही राजगढ़ थाना प्रभारी दीपक सिंह चौहान और सरदारपुर एसडीओपी विश्वदीप सिंह परिहार मौके पर पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल हॉस्पिटल सरदारपुर भेजा गया।

 

मूल रूप से झाबुआ जिले का निवासी था आरक्षक

आरक्षक अजय बामनिया मूल रूप से झाबुआ जिले के ग्राम दौलतपुरा के रहने वाले थे। वे जनवरी 2023 से राजगढ़ थाने में पदस्थ थे। उनकी मौत की खबर मिलते ही परिवार के लोग राजगढ़ पहुंचे।

 

कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, आत्महत्या का कारण अज्ञात

पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है।

 

परिवार में छाया मातम

आरक्षक अजय बामनिया की मौत के बाद परिवार में मातम का माहौल है। उनकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। उनके 2 साल के बेटे जयवर्धन को अभी इस त्रासदी का अंदाजा भी नहीं है।

 

पुलिस जांच जारी

फिलहाल, पुलिस इस आत्महत्या के पीछे के कारणों की गहनता से जांच कर रही है। क्या यह मानसिक तनाव, पारिवारिक समस्या, या ड्यूटी से जुड़ा कोई दबाव था, इसकी जानकारी जांच के बाद ही सामने आ पाएगी।

 


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