धार। शासकीय अभिनव कन्या माध्यमिक विद्यालय अमझेरा जिला धार में कक्षा 8 वीं में अध्ययनरत 12 वर्षीय दलित नाबालिग बच्ची के साथ उसी स्कूल के प्राचार्य अश्विन शर्मा द्वारा दुष्कर्म का प्रयास किया गया था।
पॉक्सो एक्ट में प्रकरण दर्ज होने के बाद भी प्रशासन व स्कूल शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों ने इतने गंभीर मामले में कोई कार्यवाही नही की।
इससे आक्रोशित अखिल भारतीय बलाई महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार के नेतृत्व में बहुत से लोगों ने धार जिला कलेक्टर कार्यालय पर चार घण्टे तक धरना प्रदर्शन किया और आरोपी को सेवा से बर्खास्त करने की मांग की।
पिछली 12 फरवरी को थाना अमझेरा पुलिस ने नाबालिग बच्ची की शिकायत पर आरोपी प्राचार्य अश्विन शर्मा पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज़ किया गया था। इसके बाद विभाग ने भी जमानत पर छूटे आरोपी प्राचार्य को शासन ने निलंबित नहीं किया। जिसको बाद समाजजनों ने गुस्सा है।
सोमवार को दलित समाज के कार्यकर्ता जमकर नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए और आरोपी प्राचार्य अश्विन शर्मा को निलंबित करने की मांग करने लगे।
पुलिस प्रशासन की ओर से सीएसपी देवेंद्र धुर्वे नौगांव थाना प्रभारी आनंद तिवारी कोतवाली थाना प्रभारी कमल पंवार ने पुलिस बल तैनात किया और प्रदर्शनकारियों समझाने का प्रयास किया।
इसके बाद धार सिटी मजिस्ट्रेट विशाखा देशमुख एसडीएम सत्यनारायण दर्रो ने आंदोलनकारियों का समझाने का असफल प्रयास किया।
कलेक्टर आलोक सिंह सहित आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त बृजेश पाण्डे ने आश्वास्त किया कि आरोपी प्राचार्य को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जायेगा। इसके बाद दलित समाज के पदाधिकारियों प्रदर्शन समाप्त किया।
आंदोलन में मुख्य रूप से ममता परिहार, ममता सोलंकी ,सुभाष सोलंकी धार जिला अध्यक्ष राकेश चौहान, युवा जिला अध्यक्ष प्रकाश सोलंकी, सरदारपुर अध्यक्ष राजाराम पटवारी आदि मजुद रहे।