इस बदलते हुए युग में यहां स्थापित भारतीय ज्ञान परम्परा प्रकोष्ठ में हमारी संस्कृति से रूबरू होंगे: विधायक नीना वर्मा


जिला मुख्यालय पर ‘प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस’ का हुआ शुभारंभ


आशीष यादव
धार Published On :

इस बदलते हुए युग में यहां स्थापित भारतीय ज्ञान परम्परा प्रकोष्ठ में हमारी संस्कृति से रूबरू होंगे। साथ ही यहां कंप्यूटर सिस्टम की भी व्यवस्था की गई है। ताकि विद्यार्थी किताबों के साथ साथ कंप्यूटर के माध्यम से भी संस्कृति से रूबरू हो सकें।

उक्त वक्तव्य धार विधायक नीना वर्मा ने रविवार को जिला मुख्यालय पर स्थापित “प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस” के शुभारंभ के अवसर पर कॉलेज के “विक्रम सभागृह” में उपस्थित विद्यार्थियों और आमजनों को संबोधित करते हुए कही। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में इंदौर में आयोजित प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में रिमोट के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलों में एक साथ “प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस” का शुभारंभ किया।

विधायक नीना वर्मा ने यहां जिला मुख्यालय पर आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की मूल भावना के अनुरूप महाविद्यालयों में “भारतीय ज्ञान परम्परा प्रकोष्ठ” की स्थापना की जा रही है। इसमें समस्त विषयों की भारतीय ज्ञान परम्परा से संबंधित पुस्तकें, वेद, पुराण, उपनिषद आदि शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं आमजन के लिए उपलब्ध कराए जा रहे है। इसके साथ ही भारतीय ज्ञान परम्परा से संबंधित वीडियो आदि के प्रर्दशन की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है।

इसके साथ ही यहां के पुस्तकालय से किसी को खरीदना हो तो उसे पुस्तक 40 प्रतिशत छूट पर मिलेगी। इसी के साथ आज खुशी का दिन है। आज हमारे विद्यार्थियों के बहुत सारे सपने पूरे होने जा रहे है। इस कॉलेज के शुभारंभ करने की सोच विकासशील और विकसित करने की दिशा में अग्रसर है। आज इसी के साथ शिक्षा भी बहुत मायने रखता है। आज हमारा देश विकसित होते जा रहे है। हमारे देश की शिक्षा जितनी अच्छी है शायद ही किसी देश की होगी।

उन्होंने कहा की पूरे मध्यप्रदेश में 55 जिलों में कॉलेज की संख्या ली गई है। यह कॉलेज पूरे जिले का सबसे बड़ा कॉलेज है। साथ ही आने वाले समय में यह और भव्य होगा। यहां के पुस्तकालय में विभिन्न तरह की आध्यात्मिक और पुरानी पुस्तकें है जिसे यहां के विद्यार्थी निःशुल्क पढ़ सकेंगे।

इसका लाभ विद्यालय के प्रत्येक विद्यार्थियों को लेना चाहिए। इसमें अभी युग कहां है इसका भी नॉलेज होगा। इसमें कई तरह की फैकल्टी भी शामिल की गई हैं। जिसमें युवा आने वाले समय में अपने आप को मजबूत करेगा। पढ़ाई के मामले में भारत के बच्चों के लिए सारी दुनिया में रास्ते खुले है। बस जरूरत है लाभ लेने की। इसलिए सभी विद्यार्थी इसका लाभ लेवें और आगे बढ़ते रहिए।

कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने संबोधित करते हुए कहा की शासन का पिछले 20-25 वर्षों में माध्यमिक और सर्व शिक्षा पर विशेष ध्यान रहा हैं। साथ ही हर गांवों में स्कूल खुले। आज हम विकासशील से विकसित की और बड़ रहे है। उसी दिशा में शिक्षा की गुणवत्ता अति महत्वपूर्ण है। जिसे देखते हुए “प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस” का शुभारंभ किया गया है। युवा आज से आगामी सालो में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता से रूबरू होगा। साथ ही आज का युवा हमारे देश के साथ ही विदेशों में भी अपना नाम रोशन कर रहा है। सभी विद्यार्थी इस कॉलेज की सुविधाओं का लाभ लेवें।

कार्यक्रम को जनभागीदारी समिति अध्यक्ष दीपक बिड़कर और मनोज सोमानी ने भी संबोधित किया। वहीं कॉलेज प्रचार्य शुभान बघेल व कालेज प्रोफेसर मौजूद थे। इसके पूर्व अतिथियों द्वारा कॉलेज के गेट पर फीता काट इसका शुभारंभ किया गया। इसके साथ ही कॉलेज में स्थापित भारतीय ज्ञान परम्परा प्रकोष्ठ, हिंदी ग्रंथ एकादमी काउंटर और विद्यावन का लोकार्पण कर अवलोकन किया।

कार्यक्रम में स्वागत भाषण कॉलेज के प्राचार्य एसएस बघेल द्वारा दिया गया। इंदौर जिले में आयोजित प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा और सुना गया। अंत में अतिथियों द्वारा कॉलेज में प्रारंभ की गई “बस सुविधा” को हरी झंडी दिखाई। साथ ही विधिवत पूजन अर्चन कर शुभांरभ किया ।


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