भाजपा को रोकने के लिए क्या मिलने वाले हैं कांग्रेस के विरोधी धड़े! एक मुलाकात बनी चर्चा का विषय


कांग्रेस की ओर से अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी कर रहे मनोज सिंह गौतम गंधवानी के विधायक व पूर्व मंत्री उमंग सिंगार से मिलने पहुंचे है ।


आशीष यादव
धार Updated On :

धार। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर विकास खंड स्तर पर सारणीकरण की प्रक्रिया 14 जुलाई व जिला स्तर पर 15 को होना हैं , लेकिन इसके पहले ही जिले की राजनैतिक हलचल तेज हो गई है । कांग्रेस की ओर से अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी कर रहे मनोज सिंह गौतम गंधवानी के विधायक व पूर्व मंत्री उमंग सिंगार से मिलने पहुंचे।

इस मुलाकत को नए राजनैतिक समीकरण के रुप में देखा जा रहा है। बंद कमरे में सिंगार व गौतम के बीच काफी देर तक चर्चा हुई है , जिसमें अध्यक्ष पद के समीकरणों को लेकर दोनों के बीच बातचीत हुई है। जिसका एक फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह नजर आ रहा है।

कांग्रेसियों की मानें तो अध्यक्ष पद के चुनाव तक सबकुछ ठीक रहा तो सिंघार व गौतम मिलकर कांग्रेस का अध्यक्ष बना लेंगे।

धार जिले में कांग्रेस दो धड़ों में बंटी हुई हैं, जिसमें पहला धड़ा कांग्रेस जिला अध्यक्ष बालमुकुंदसिंह गौतम का है, जो पूर्व मुख्यमंत्री दिग्वजय सिंह के कट्टर समर्थक होने के साथ ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के भी करीबी है।

वहीं दूसरे धड़े में उमंग सिंगार हैं , जो राष्ट्रीय स्तर की राजनीति करते हुए राहुल गांधी के करीबी नेताओं में जाने जाते हैं। प्रदेश स्तर पर दिग्वजयसिंह को लेकर कई बार सिंगार बयानबाजी कर चुके हैं , जिसके कारण ही धार में कभी उनके और जिलाध्यक्ष बाल मुकुंद गौतम के बीच समन्वय नहीं बना। हालांकि अब दूरियों को समाप्त करते हुए राजनीति में नए समीकरण बनते नजर आ रहे हैं।

इसके तहत ही कांग्रेस जिला अध्यक्ष के छोटे भाई मनोजसिंह गौतम धार के पीडब्ल्यूडी कार्यालय के पीछे स्थित विधायक निवास पर उमंग सिंघार से मिलने पहुंचे , हालांकि इस बैठक को बहुत की गोपनिय तरीके से आयोजित किया गया था। किंतु इस बैठक में लिया गया फोटो सामने आने के बाद राजनैतिक गलियारों में उमंग व मनोज की दोस्ती के साथ माना जा रहा है कि अब जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी भी कांग्रेस के पास आएगी।

सिंघार फिर सबपर भारी 

वर्तमान में कांग्रेस के जिले में गंधवानी , कुक्षी , सरदारपुर , मनावर व धरमपुरी में विधायक है । इन क्षेत्रों में भाजपा ने जिपं सदस्यों के चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करके दिखाया । किंतु सिंघार के विधानसभा क्षेत्र में एकबार फिर उमंग की चली व उनके समर्थकों ने जीत हासिल की है।

यहां पर जिपं के पांच में से कुल 4 वार्ड में कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार पहले नंबर पर रहे हैं। ऐसे में सिंगार ने एक बार फिर अपने अकेले दमपर यह साबित कर दिया कि उनकी विधानसभा में कांग्रेस की पकड मजबूत बनी हुई है । इन चार प्रत्याशियों का समर्थन हासिल करने के लिए ही अध्यक्ष पद की दावेदारी कर रहे मनोज गौतम निवास पर उमंग सिंघार से मिलने पहुंचे थे ।

 

ठीक रहा तो उपाध्यक्ष सिंगार!

दोनों नेताओं के बीच अध्यक्ष पद को लेकर चर्चा हुई हैं , इस दौरान अन्य नेता साथ नहीं था किंतु कांग्रेस नेताओं की मानें तो सिंगार के सभी समर्थक अध्यक्ष पद पर कांग्रेस प्रत्याशी के साथ ही रहेंगे । साथ ही अध्यक्ष पद के लिए अगर कांग्रेस के गौतम विश्वास मत हासिल कर लेते हैं , तो उपाध्यक्ष के चुनाव के समय सभी कांग्रेस के जिपं सदस्य सिंघार गुट के सदस्य का साथ देंगे।

हालांकि इस बात की पृष्टि अभी दोनों ही नेता नहीं कर रहे हैं लेकिन मुलाकत के बाद इसी तरह की राजनैतिक समीकरण बनते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं सिंगार गुट से उपाध्यक्ष कौन बनेगा , उसका नाम तय होना अभी बाकि है ।

निर्दलीय पर भी नजर 

तीनों चरणों के मतदान के बाद बूथ केंद्रों पर एजेंटों के समक्ष हुई गणना के बाद भाजपा के 13 अधिकृत उम्मीदवार व कांग्रेस के 10 अधिकृत सहित एक निर्दलीय प्रत्याशी अपनी जीत का दावा कर रहे है । वार्ड नंबर 9 पर भाजपा के राकेश चौहान व कांग्रेस के शंकर चौहान दोनों अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। इसके साथ ही वार्ड नंबर 12 में कांग्रेस की केकडी बाई व भाजपा की मालती पटेल के साथ बागी प्रत्याशी सुनिता जूनापानी मैदान में थे , यहां से कांग्रेस की केकडी बाई व भाजपा की बागी सुनिता बाई अपनी – अपनी जीत का दावा कर रहे है ।

भाजपा नेताओं की मानें तो सुनिता बाई अगर जीतेगी तो भी भाजपा को कोई नुकसान नहीं होगा । वहीं वार्ड नंबर 13 में भाजपा प्रत्याशी अर्चना जालमसिंह व कांग्रेस की ओर से सीमा भूरिया मैदान में है , जहां पर दोनों जीत का दावा कर रहे है । वही वार्ड नंबर 23 में भाजपा के शक्ति जायसवाल , कांग्रेस के राजेंद्र पाटीदार व बागी कपिल सोलंकी मैदान में थे , जिसमें भाजपा व निर्दलीय प्रत्याशी अपनी जीत का दावा कर रहे है। अगर 23 पर निर्दलीय की जीत होगी तो जिले में दो निर्दलीय ही अध्यक्ष पद का रास्ता साफ करेंगे । हालांकि ये दोनों निर्दलीय कांग्रेस के ही नेता हैं , जिनके भरोसे ही कांग्रेस अध्यक्ष का सपना देख रही है ।


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