सावन के सुहाने मौसम में घूमने की योजना बना रहे हैं? तो यह खबर आपके लिए है। इस खबर में हम आपको मध्यप्रदेश के एक अद्वितीय पर्यटन स्थल, मांडू, के बारे में बता रहे हैं। जहां हरियाली और बादलों का मिलन आपको रोमांचित कर देगा और इतिहास के अद्भुत महलों के बीच अमर प्रेम की कहानियां आपका दिल जीत लेंगी। इस खूबसूरत जगह के बीच आप रोमांचक और रोमांटिक पलों को संजोने का मौका पाएंगे।
बारिश के मौसम में, खासतौर पर सावन के इस महीने में, मांडू की प्राकृतिक सुंदरता अपने चरम पर होती है। रिमझिम फुहारों के बीच इस अद्भुत स्थल का आनंद लेना निश्चित ही एक खास अनुभव है। मध्यप्रदेश के इस प्राचीन शहर की खूबसूरती यहां आने वाले लोगों को मंत्रमुग्ध कर रही है।
सैलानियों की भीड़ और मांडू की सुंदरता:
मांडू इन दिनों पर्यटकों से भरा हुआ है। ऐतिहासिक महलों और खूबसूरत वादियों का आनंद लेने के लिए हजारों सैलानी यहां पहुंच रहे हैं। मौसम के पल-पल बदलते रंगों ने सैलानियों को रोमांचित कर दिया है। सभी प्रमुख दर्शनीय स्थलों और पिकनिक स्पॉट्स पर सैलानियों की भीड़ दिनभर देखी जा रही है। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में पर्यटकों की संख्या और बढ़ेगी।
मांडू और वर्षा का अद्भुत संगम:
मांडू का प्राकृतिक सौंदर्य वर्षा ऋतु में खास निखार पर आ जाता है। यहां की प्रमुख दर्शनीय स्थलों में रानी रूपमती महल, बाज बहादुर महल, नीलकंठ महादेव मंदिर, जहाज महल, हिंडोला महल, चंपा बावड़ी और जीवाश्म संग्रहालय शामिल हैं। साथ ही, चतुर्भुज श्री राम मंदिर भी सैलानियों और श्रद्धालुओं का आकर्षण बना हुआ है।
स्थानीय भोजन का आनंद:
सैलानियों ने मांडू की प्रसिद्ध दाल मक्का, पानिये, बाफले, ककड़ी और लजीज भुट्टों का स्वाद चखा। परिवार के साथ फोटो सेशन और वीडियो रील्स बनाते हुए पर्यटक यहां के प्राचीन इतिहास और संस्कृति से अभिभूत हो गए हैं। कुछ पर्यटक मालीपुर के होमस्टे गांव की ओर भी रुख कर रहे हैं, जहां पर्यटन के हालात अब धीरे-धीरे सुधर रहे हैं।
सैलानियों की प्रतिक्रियाएं:
मांडू की रिमझिम बारिश और बदलते मौसम ने सैलानियों का उत्साह सातवें आसमान पर पहुंचा दिया है। इंदौर के रितिक यादव ने कहा, “मांडू धरती का स्वर्ग है। यहां परिवार के साथ भ्रमण कर मैंने मांडू के अद्भुत स्वरूप को देखा। इतिहास और प्रकृति ने यहां पूरी तरह से अपना सौंदर्य बिखेरा है।” आयुषी जयसवाल ने भी मांडू की प्रशंसा करते हुए कहा, “मांडू प्रेम, इतिहास, वास्तुकला, नैसर्गिक सौंदर्य और धर्म की अद्भुत नगरी है। यहां आकर हम अपने आप को अभिभूत महसूस कर रहे हैं।”