इंदौर के पास जंगल में मिला पीथमपुर की नाबालिग लड़की का शव, हत्या की आशंका


कोचिंग का बोलकर घर से निकली थी नाबालिग, शहर मे पसरा मातम। परिजनों का आरोप- लड़की की हत्या कर जंगल में फेंका गया।


DeshGaon
धार Published On :
minor dead body

धार। औद्योगिक नगरी के छत्रछाया कॉलोनी मे रहने वाली एक नाबालिग की हत्या कर मांगलिया स्थित दवा फैक्ट्री के पास जंगल मे फेंक दिया गया। रविवार सुबह शिप्रा पुलिस मौके पर पहुंची तो नाबालिग के पास मिले दस्तावजे के आधार पर पता चला कि नाबालिग पीथमपुर की रहने वाली है। सूचना पर पीथमपुर पुलिस ने मृतका की शिनाख्त की।

जानकारी के अनुसार छत्रछाया कॉलोनी में रहने वाली 13 वर्षीय बालिका 22 मार्च की शाम को कोचिंग का बोलकर घर से गई थी जिसके बाद वो घर वापस नहीं आई। 22 मार्च को नाबालिग परीक्षा देकर लौटी थी और उसका पेपर भी अच्छा गया था।

देर रात तक नाबालिग घर नहीं लौटी तो परिजनों ने उसे तलाश किया, 23 मार्च को परिजनों ने इसकी शिकायत सेक्टर 1 थाने में की थी। काफी खोजबीन के बाद भी किशोरी का पता नहीं चला।

रविवार सुबह शिप्रा थाना क्षेत्र के मांगलिया के पास गोल्डन फॉरेस्ट में पुलिस को एक किशोरी का शव मिला। शिप्रा पुलिस की सूचना पर सेक्टर 1 थाना पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। लाश को अपने कब्जे में लेकर पड़ताल की तो नाबालिग की पहचान पीथमपुर से लापता हुई 13 वर्षीय बालिका के रूप में हुई।

किशोरी की मौत की सूचना के बाद से परिजनों का बुरा हाल है। घटना के बाद शहर में मातम पसर गया है।

शिप्रा थाना के जांच अधिकारी रमेश चौहान ने बताया कि

नाबालिग के सिर पर पत्थर के चोट के निशान हैं और गले में नाखूनों के निशान भी हैं। नाबालिक पीथमपुर से शिप्रा कैसे पहुंची, उसके साथ क्या घटना घटी, पुलिस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सांवेर के स्वास्थ केंद्र भेजा गया है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि किशोरी के साथ क्या हुआ है।


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