पेट्रोल हुआ 100 के पार, आम और खास दोनों हो रहे परेशान


– पेट्रोल के साथ डीजल भी बढ़ता हुआ 92 रुपये तक पहुंचा।
– कोरोना के बाद पेट्रोल-डीजल के दाम से जनता बेहाल।


आशीष यादव आशीष यादव
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धार। कोरोना महामारी के पैर पसारने से जनता पहले से ही परेशान है तो वहीं पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम ने आग में घी का काम किया है। महामारी से निपटने के लिए जहां पूरी तरह लॉकडाउन लगा हुआ है, लोग घर में दुबके बैठे हैं।

लेकिन, बीमारी की चपेट में आने वालों को मजबूरन अस्पतालों की दौड़ लगाना पड़ रही है। एक तो कोरोना की मार से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। वहीं ईंधन के दाम बढ़ने से जनता पर दोहरी मार पड़ रही है।

सोमवार को पेट्रोल का भाव 100.91 रुपये प्रति लीटर हो गया। इसके साथ ही डीजल प्रति लीटर 91.36 रुपये पर पहुंच गया। महामारी से निपटने के लिए शासन-प्रशासन की गाड़ियां दिन-रात दौड़ लगा रही हैं, जिनमें प्रतिदिन हजारों लीटर ईंधन की खपत हो रही है। ऐसे में ईंधन के दाम बढ़ने से शासन को भी चपत लग रही है।

जिले में लगभग 150 पेट्रोल पंप हैं जिनसे महीने की लगभग 70 लाख लीटर पेट्रोल तथा 90 लाख लीटर डीजल की बिक्री बताई जा रही है। लॉकडाउन के कारण बंद पड़े व्यापार-व्यवसाय से आमजन पहले ही परेशान है।

कोरोना महामारी के कारण हर पल उनके मन में डर बना हुआ है। इसके बावजूद ईंधन के दाम बढ़ाने से नाराज जनता सरकार को खूब कोस रही है। लोगों का कहना है कि सरकार जब महामारी से निपटने के लिए जागरूकता की बड़ी-बड़ी बातें कर रही है तो फिर ईंधन के दाम बढ़ाकर कमर तोड़ने का काम क्यों कर रही है।

किसानों पर दोहरी मार –

अभी किसानों को खेती के लिए डीजल की आवश्यकता अधिक है। अभी खेतों में जुताई का काम चल रहा है ओर इस समय डीजल की अधिक खपत होती है और इस समय ईंधन 100 रुपये पार हो गया है। छोटे किसानों पर अधिक बोझ आ रहा है क्योंकि किराये के ट्रैक्टरों ने भी किराया बढ़ा दिया है।

– काशीराम चौहान, किसान, अनारद

क्रूड ऑयल के दाम पर निर्भर है –

पेट्रोल-डीजल के दाम में क्रूड ऑयल के दाम से उतार-चढ़ाव आता है। अभी क्रूड ऑयल के दाम बढ़े हैं तो पेट्रोल-डीजल के दाम में भी उछाल आया है। क्रूड ऑयल का उत्पादन वैश्विक डिमांड पर निर्भर है।

– दीपक अग्रवाल, पेट्रोल पंप संचालक

यह तो गलत है –

कोरोना ने वैसे ही लोगों की कमर तोड़ रखी है, ऊपर से पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों ने जीना दुश्वार कर दिया है। ऐसे समय में ईंधन के दाम बढ़ाना गलत है। सरकार को सोचना चाहिए।

– उमाशंकर यादव, बिल्लोदा

लॉकडाउन के कारण व्यापार बंद पड़ा है और लाखों का लोन लेकर व्यापार करने वालों पर बैंक का ब्याज भारी पड़ रहा है। इधर ईंधन के दाम बढ़ने से आने वाले दिनों में महंगाई बढ़ेगी, जिससे आम जनता पर बोझ और बढ़ेगा। वैसे ही लॉकडाउन के कारण हर चीज के दाम बढ़े हुए हैं। ईंधन के दाम में उछाल आने से महंगाई लोगों का दम निकाल देगी। सरकार को टैक्स में कमी कर ईंधन के दाम पर नियंत्रण रखना चाहिए।

– राहुल यादव, व्यापारी, सकतली



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