धारः फ्लो मीटर नहीं होने के कारण लौटा रहे मरीजों को, कुछ को मिली ऑक्सीमेड मशीन


सोमवार को तो बेतुके कारण बताकर लोगों को लौटाने की कोशिश की गई। भर्ती नहीं करने का कारण बताया गया कि ऑक्सीजन सिलेंडर पर्याप्त मात्रा में हैं, लेकिन ऑक्सीजन देने के लिए फ्लो मीटर नहीं है।


आशीष यादव
धार Published On :
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आइसोलेशन वार्ड में फ्लो मीटर की कमी से मरीजों को लौटाया, कुछ बीमारों को कलेक्टर की पहल पर मिली ऑक्सीमेड मशीन लगाई।

धार। जिला अस्पताल में कोरोना संक्रमितों का लगातार उपचार जारी है। संक्रमण तेजी से फैल रहा है और संक्रमण के लक्षण उत्पन्न होने पर लोग सीधे कोविड झोन में पहुंच रहे हैं।

नतीजतन बेड खाली होते ही फुल हो जाते हैं। वहीं प्रतिदिन कोरोना संदिग्धों को लौटाने की नौबत आ रही है। बेड कैपेसिटी के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन कैपेसिटी से अधिक मरीज पहुंचने पर उन्हें बेड खाली ना होने पर उचित सलाह नहीं दी जा रही है।

सोमवार को तो बेतुके कारण बताकर लोगों को लौटाने की कोशिश की गई। भर्ती नहीं करने का कारण बताया गया कि ऑक्सीजन सिलेंडर पर्याप्त मात्रा में हैं, लेकिन ऑक्सीजन देने के लिए फ्लो मीटर नहीं है।

फ्लो मीटर नहीं, ऑक्सीमेड मशीनें लगाई –  

सोमवार को कोविड झोन के टीबी हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड में फ्लो मीटर के कारण सांस लेने में दिक्कत वाले बीमारों को सिलेंडर नहीं लगाए गए। ऐसे लोगों को कलेक्टर आलोक सिंह की पहल पर मिली ऑक्सीमेड मशीनें लगाई गईं।

यह मशीनें नहीं होती तो इससे लाभान्वित होने वाले मरीजों को भी फ्लो मीटर ना होने के कारण लौटाने की स्थिति बन जाती। ड्यूटी पर आयुष चिकित्सक डॉक्टर रवि मौजूद थे।

एम्बुलेंस से फ्लो मीटर निकालकर लगाई गई युवती को ऑक्सीजन सिलेंडर –

सोमवार को बुंदेलवाड़ी क्षेत्र से युवती को सांस में दिक्कत और घबराहट के कारण कोविड झोन में लाया गया था। आइसोलेशन वार्ड में युवती को ऑक्सीजन लगाने की मांग परिजनों द्वारा की जा रही थी।

रैपिड टेस्ट भी करवा दिया गया था। परिजनों को आशंका थी कि युवती संक्रमित है। ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर रवि ने बताया कि बेड फुल है और फ्लो मीटर ना होने के कारण ऑक्सीजन भी नहीं दे सकते हैं।

इस स्थिति से तुरंत सिविल सर्जन डॉ. अनुसुईया गवली को अवगत कराया गया। डॉक्टर गवली ने कहा कि तुरंत फ्लो मीटर भेज रहे हैं। करीब आधे घंटे तक फ्लो मीटर नहीं आ पाए।

इधर एक मरीज डिस्चार्ज होने पर तुरंत युवती को भर्ती किया गया। इसके साथ ही मौके पर पहुंची एक एम्बुलेंस में एक फ्लो मीटर मिला, जिसके बाद उसे निकालकर युवती को ऑक्सीजन दी गई।


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