लगातार बढ़ रहे हैं मरीज़ लेकिन फिर भी मास्क नहीं लगा रहे लोग, प्रदेश में 14वें नंबर पर धार


— इंजेक्शन की किल्लत
— मास्क पहनाने के लिए अभियान नाकाफी
— अस्पताल में बढ़ाई जा रहीं सुविधाएं


आशीष यादव
धार Published On :
corona in indore

धार। कोरोना के बढ़ते मरीजों के कारण प्रशासन के हाथ-पांव फूले हुए हैं। हालांकि इसके बाद भी लोगों में जिम्मेदारी का आभाव नजर आ रहा है। इंदौर प्रदेश में हॉट स्पॉट बना हुआ है और इसका खतरा धार में भी नज़र आ रहा है। प्रशासन की तमाम कोशिशों के बीच प्रतिदिन चालीस से अधिक लोग संक्रमित मिल रहे हैं। यही हाल बना रहा तो आने वाले दिनों में स्थिति और भी बिगड़ सकती है। जिले में पिछले पांच दिनों में ही करीब 200 से अधिक नए संक्रमित सामने आए हैं।  जिले में लगातार बढ़ रहे मरीजों के चलते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा नजदीकी गांव में धरावरा में सीसीसी सेंटर में तैयारी पूरी कर ली गई है। वहीं धार के प्रायवेट अस्पतालों में 10-10 बेड की व्यवस्थाओं में बदलाव जल्द किया जाएगा।

रेमडिसवर इंजेक्शन की चल रही मारामारी: शहर में कोविड के गंभीर मरीजों को एक निश्चित इंफेक्शन होने पर रेमडिसिवर इंजेक्शन के लगभग छह डोज़ दिए जाते हैं लेकिन फिलहाल इस इंजेक्शन की उपलब्धता मुश्किल बनी हुई है। प्रशासन इस बारे में प्रयास कर रहा है लेकिन फिलहाल उनके प्रयास नाकाफी साबित हुए हैं। जिलेभर के पीड़ित मरीज़ रेमडिसिवर इंजेक्शन के लिए मेडिकलों के चक्कर लगा  रहे हैं। निजी अस्पतालों में इंजेक्शन के दाम तय नहीं हैं।

बसों की ओर किसी का ध्यान नहीं: वर्तमान में बढ़ रहे मरीजों का हॉट स्पॉट धार व बदनावर ब्लॉक बना हुआ हैं, इन दोनों क्षेत्रों में सबसे अधिक संक्रमित सामने आ रहे हैं। धार मुख्यालय के लोग इंदौर तो बदनावर क्षेत्र के लोग रतलाम व उज्जैन से संपर्क में आने के कारण संक्रमित हो रहे हैं।

जिलेभर के कई लोग सामान खरीदी से लेकर अन्य कार्यों के चलते इंदौर जा रहे हैं तथा संक्रमित होकर लौट रहे हैं क्योंकि इन दिनों बसों में अधिक संख्या में सवारियों को बैठाया जा रहा है। शारीरिक दूरी का पालन भी बसों में नहीं किया जा रहा है, न ही मास्क का उपयोग किया जा रहा है।  कई बसों में तो यह देखा गया ड्राइवर व क्लीनर भी बिना मॉस्क के गाड़ी में दिखाई दे रहे हैं। यात्रियों द्वारा भी लापरवाही की जा रही है।

बुजुर्ग गंभीर श्रेणी में… कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव सीधे युवा वर्ग में देखने को मिल रहा है। पिछले पांच दिनों के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर नजर डाले तो पॉजिटिव मरीजों में से 60 प्रतिशत मरीज 21 साल से 40 साल के बीच के हैं, ऐसे में कोरोना की पहली लहर में जहां युवाओं का शरीर उससे लड़ऩे में सक्षम था। वहीं दूसरी लहर का तेज प्रभाव युवा वर्ग पड़ रहा हैं, साथ ही पूर्व में बीमारियों से ग्रसित बुजुर्ग भी संक्रमित हो रहे हैं। कई बुजुर्गों का सीधे गंभीर श्रेणी का संक्रमण हो रहा हैं, जिससे लड़ऩे में शरीर भी साथ नहीं दे रहा व बुजुर्गों की मौत हो रही है। लगातार बढ़ता संक्रमण से अब हर कोई परेशान नजर आ रहा है।

अभियान को देनी होगी मजबूती: शासन द्वारा मास्क नहीं- तो बात नहीं जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है लेकिन यह अभियान लोगों को समझाने के लिए नाकाफी साबित हो रहा है। बाजार में अब भी कई लापरवाह दुकानदार बिना मास्क के लोगों को सामान दे रहे हैं। वहीं खुद भी मास्क का उपयोग नहीं कर रहे।

यही आलम पेट्रोल पंप पर भी देखने को मिल रहे है। पूरे दिन लोग बिना मास्क के गाड़ी में पेट्रोल भरवाने आ रहे है।  व्यापारियों द्वारा अपनी दुकान के आगे गोले तो बनाए हैं लेकिन उसका पालन नहीं किया जा रहा है, वहीं शहर में रोको टोको अभियान भी सुस्त पड़ा हुआ है। नपा व राजस्व विभाग का अमला बगैर मॉस्क वालों पर चालानी कार्रवाई नहीं कर रहा है, जिसके चलते ही आम लोगों ने एकबार फिर  मास्क पहनना बंद कर दिया है।

नियम उल्लंघन पर प्रकरण दर्ज: शासन से मिले निर्देशों के बाद गत दिनों हुई जिला क्राईसिस मैनेंजमेंट की बैठक में रात 8 बजे बाजार बंद करने का निर्णय लिया गया था, इस अहम निर्णय का पालन पुलिस विभाग सख्ती से करवा रहा है।   8 बजे के बाद दुकान खोलकर व्यापार करने वाले व्यापारियों के खिलाफ़ नियमों का उल्लंघन करने को लेकर प्रकरण भी दर्ज किए जा रहे हैं।

जिले के धार नौगांव, बदनावर, अमझेरा सहित सादलपुर सहित अन्य थानों पर पुलिस ने कार्रवाई की है। इसके साथ ही राजस्व विभाग के अधिकारी ऐसी दुकानों को चिन्हित कर उनके खिलाफ चालानी कार्रवाई करने के साथ ही 24 से 48 घंटे तक दुकान बंद रखने के निर्देश दे रहे हैं।

स्टॉफ बढ़ाया, सुधरेगी व्यवस्थाएं: कोरोना की दूसरी लहर घातक होने के साथ ही तेजी से फैल रही है, ऐसे में अस्पताल में स्टाफ भी बढ़ाया गया है। इसे लेकर को आदेश जारी किया गया हैं।

सीएमएचओ डॉ जितेंद्र चौधरी ने बताया कि दस आयुष चिकित्सक बढ़ाए गए हैं, अब कुल 38 डॉक्टर सेवाएं देंगे। साथ ही 24 स्टॉफ नर्स व 12 चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी भी कोविड झोन में बढ़ाए गए हैं, स्टाफ बढ़ऩे से अस्पताल की सुविधाएं बेहतर होगी व मरीजों को उपचार समय पर दिया जाएगा।


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