धार। पंचायत सचिव द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। धार जनपद के ग्राम केसूर में पंचायत भवन के भीतर ही पंचायत सचिव ने आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
पंचायत सचिव के शव मिलने की जानकारी के बाद सादलपुर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है। बताया जा रहा है कि पंचायत सचिव रात में पंचायत कार्यालय में ही रूके थे, जहां सुबह उनका शव मिला।
प्रारंभिक तौर पर जांच के बाद पुलिस का कहना है कि पंचायत सचिव ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की है। केसूर में पदस्थ पंचायत सचिव दुलीचंद जाट का शव सोमवार को सुबह पंचायत कार्यालय केसूर के भीतर ही मिला।
शव मिलने की सूचना से गांव में सनसनी फैल गई। इस बीच सादलपुर पुलिस को भी सूचना दी गई। बताया जा रहा है कि पंचायत सचिव जाट रात में पंचायत में ही रूके थे।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है और साथ ही शव को पीएम के लिए भेज दिया गया है। मोबाइल सहित अन्य सामान जब्त किया गया है।
काम के दबाव व कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या की आशंका –
प्रारंभिक तौर पर जांच में पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट मिला है। बताया जा रहा है कि पंचायत सचिव जाट पर कुछ कर्ज भी हो गया था जिसके कारण वह परेशान चल रहे थे।
सूत्र बताते हैं कि पंचायत के काम का अधिक दबाव सहित अन्य परेशानियों के कारण पंचायत सचिव जाट ने आत्महत्या की है। फिलहाल आत्महत्या के कारण अज्ञात हैं।
पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद ही आत्महत्या के कारणों का खुलासा होने की उम्मीद है। टीआई सादलपुर बीएस तंवर ने बताया पंचायत सचिव दुलीचंद का शव मिलने की सूचना मिली है। मामले की जांच की जा रही है।
जब सुबह पंचायत भवन की सफाई के लिए कर्मी पहुंचा तो देखा सचिव का शव जमीन पर पड़ा हुआ है। सफाईकर्मी ने इसकी सूचना ग्रमीण व सरपंच व पुलिस को दी। पुलिस द्वारा प्रारंभिक पूछताछ में पंचायत कर्मचारियों ने बताया कि सचिव रात को यही रूके थे।
मृतक के पास सुसाइड नोट मिला, अब उसकी जांच हो रही है। मृतक सचिव जाट ने आत्महत्या करने के पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा है जिसमें स्वयं ही आत्महत्या करने की बात लिखी है। सचिव ने महज चार लाइन लिखकर सल्फास खा कर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने मृतक सचिव के पास मिले सुसाइड नोट सहित मोबाइल को जब्त कर लिया है। पुलिस सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग की जांच के लिए उसे फोरेंसिक लैब भी भेजेगी।
सचिव व सहायक सचिव संगठन ने दिया आवेदन –
जनपद पंचायत धार के सचिव व सह सचिवों ने जिला पंचायत के नाम आवेदन दिया। आत्महत्या के बाद पंचायत सचिव जाग उठे और आवेदन में जिले की समस्त जनपद पंचायत में कार्य करने वाले कर्मचारीयों पर मानसिक दबाव न बनाया जाए।
दुलीचंद जाट सचिव केसूर के साथ हुई घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। कर्मचारियों द्वारा आवेदन में लिखा गया कि कार्य को समायावधि के पूर्व पूर्ण करने हेतु कर्मचारियों को अत्यधिक दबाव दिया जा रहा है।
इसी कारण ग्राम पंचायत केसूर में पदस्थ दुलीचंद जाट के साथ घटना घटित हुई है। आवेदन के वाचन में सचिव रंजीत सिंह रघुवंशी ने बताया कि एक पंचायत सचिव को 27 डीबीडी नहीं होने पर बिना सूचना पत्र दिए निलंबित कर दिया गया। पोर्टल की गलती के कारण वही डीबीडी सात बताई गई। आवेदन में शासन की योजनाओं में निर्धारित लक्ष्य हेतु दबाव नहीं बनाया जाए।
मृतक के परिवार को आर्थिक सहायाता एवं अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान कराई जाए व उक्त घटना की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा ना हो।