शहर के डीआरपी लाइन में नर्सिंग छात्रा द्वारा आत्महत्या केस का पुलिस ने जांच के बाद खुलासा किया है। छात्रा के सुसाइड की जांच कर रही पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और कॉलेज की टीचर के बयान के बाद कई बिंदुओं पर जांच की। इसमें सामने आया कि नर्सिंग छात्रा अपने प्रेमी की कहीं और शादी होने से आहत थी। जब शादी के बाद प्रेमी और उसके दोस्त छात्रा के पास पहुंचे थे तो उसने दुखी होकर ब्लेड से अपना गला काट लिया था।
इस घटना के बाद बदनामी के डर से साक्ष्य को छुपाने के लिए प्रेमी विनोद पिता विजय अमलीयार निवासी पांच पीपलिया-अमझेरा ने घटना बदलकर पेश की। नर्सिंग छात्रा कमला डामोर ने जो बयान दिए है, उसमें ज्ञान कॉलेज ऑफ नर्सिंग व वहां की टीचर पर दस्तावेज नहीं देने व तीन लाख रुपए मांगने के आरोप लगाए थे लेकिन पुलिस जांच में पूरा मामले की परतें खुली तो सच्ची कहानी सामने आई।
यह है मामला
गौरतलब है कि 17 मई की रात नर्सिंग छात्रा कमला डामोर को लहुलुहान स्थिति में जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इस दौरान छात्रा के गले पर धारदार हथियार से चोट के निशान थे। डॉक्टरों ने उपचार के लिए छात्रा को आईसीयू में भर्ती करवाया था। जहां उपचार के बाद छात्रा ने अपने बयान में नर्सिंग कॉलेज और एक टीचर पर गंभीर आरोप लगाए थे।
एसपी ने किया खुलासा
यहां कंट्रोल रूम में नगर पुलिस अधीक्षक रवींद्र वास्कले ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी प्रेसवार्ता में साझा करते हुए खुलासा किया। इसमें बताया कि 17 मई की रात शिव विहार कॉलोनी में छात्रा कमला के रूम पर आरोपी विनोद और उसके साथी गए थे। जहां कमला ने दुखी होकर ब्लेड से स्वयं ने गला काट लिया। छात्रा और विनोद ने अपना रिश्ता छुपाने व बदनामी के डर से असत्य बयान दिया और पुलिस को असत्य जानकारी देकर गुमराह किया। इस पर छात्रा कमला और विनोद के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने धारा 182, 193, 203 व 120बी में केस दर्ज किया है।
दो साल से थे साथ
पुलिस जांच में सामने आया कि छात्रा कमला और विनोद एक साल से संपर्क में थे। दोनों के बीच प्रेम संबंध था। लेकिन इस बीच विनोद ने एक माह पूर्व ही शादी कर ली थी। इससे छात्रा कमला बुरी तरह आहत थी। घटना दिनांक को जब विनोद अपनी शादी के बाद छात्रा के रूम पर पहुंचा तो उसने दुखी होकर ब्लेड से स्वयं ही गला काट लिया।
इन्होंने निभाई सराहनीय भूमिका
इस कार्रवाई में नगर पुलिस अधीक्षक रवींद्र वास्कले, थाना प्रभारी कोतवाली समीर पाटीदार, एसआई सपना डोडियार, गजेंद्र सिंह चौहान, नीलेश यादव, आरक्षक आसिफ शेख, शिवकुमार वास्कले व शुभम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।