पीथमपुर से उज्जैन के बीच बनेगा नया फोरलेन, जुड़ेंगे 1150 गांव 


सरकार पीथमपुर और उज्जैन को जोड़ने के लिए नई फोरलेन सड़क बना रही है, जिससे 1150 गांवों की कनेक्टिविटी में सुधार होगा और क्षेत्र का विकास तेजी से होगा।


आशीष यादव
धार Published On :

औद्योगिक नगरी पीथमपुर को उज्जैन से जोड़ने के लिए केंद्र सरकार ने एक और बड़ी सौगात दी है। इसके तहत एक नई फोरलेन सड़क बनाई जाएगी, जो धार जिले में विकास के नए आयाम खोलेगी। इस फोरलेन सड़क में 4 जिले, 19 तहसील और 32 नगरीय क्षेत्र शामिल होंगे, जिससे 1150 गांव सीधे इस नई सड़क से जुड़े सकेंगे।

 

सरकार का यह कदम न सिर्फ पीथमपुर और उज्जैन को एक-दूसरे से जोड़ेगा बल्कि यातायात की सुविधा को भी सुगम बनाएगा। इस प्रोजेक्ट के लिए एनएचएआई को सर्वे के आदेश जारी कर दिए गए हैं और इस पर काम भी शुरू हो गया है। इस फोरलेन के बनने से उज्जैन से पीथमपुर का सफर 90 मिनट से घटकर केवल 40 मिनट का रह जाएगा। इसके अलावा, इंदौर धार के पश्चिम क्षेत्र और एयरपोर्ट से भी बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।

 

अहमदाबाद और मुंबई जाना होगा आसान

इस नई सड़क के बन जाने से उज्जैन से पीथमपुर जाने के लिए वाहन चालकों को अब इंदौर होकर घूमने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वर्तमान में, उज्जैन से पीथमपुर जाने के लिए अरबिंदो से सुपर कॉरिडोर की ओर जाना पड़ता है। अब केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के निर्देश पर एनएचएआई इस सड़क के सर्वे की प्रक्रिया में जुट गया है। प्रारंभिक तौर पर यह फोरलेन मार्ग उज्जैन के चिंतामण, जवासिया से देवास-बदनावर हाईवे होते हुए कई गांवों को पार कर पीथमपुर पहुंचेगा। इससे सफर 90 किमी से घटकर 57 किमी रह जाएगा।

 

देवास-बदनावर रोड की भी कनेक्टिविटी

इस परियोजना के तहत न सिर्फ उज्जैन-पीथमपुर को जोड़ा जाएगा, बल्कि देवास-बदनावर फोरलेन को भी इस मार्ग से जोड़ा जाएगा। इससे बदनावर से सीधे रतलाम और राजस्थान से पीथमपुर तक कनेक्टिविटी मिलेगी, जिससे मुंबई जाने का मार्ग भी सुगम होगा।

 

पीथमपुर में 17 गांवों को सुपर कॉरिडोर से जोड़ने की योजना

धार के आदिवासी क्षेत्र को विकास से जोड़ने के लिए सरकार ने इंदौर-पीथमपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर का भी प्रस्ताव तैयार किया है। इसमें 17 गांवों की 3200 एकड़ जमीन का खसरा प्लान भी जारी कर दिया गया है। इस परियोजना से न केवल व्यापार और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि यहां के लोगों को बेहतर यातायात और आर्थिक लाभ भी मिलेगा।

 

इस कॉरिडोर पर मिलेंगी अत्याधुनिक सुविधाएं

इस कॉरिडोर पर फिनटेक सिटी, आईटी हब और हाईराइज मॉल्स जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। 20 हजार करोड़ से अधिक का निवेश लाकर 30 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा।

 

सोनवाय से नैनोद तक बनेगा कॉरिडोर

इस इकोनॉमिक कॉरिडोर का एक सिरा धार के पीथमपुर में और दूसरा इंदौर के नैनोद में रहेगा। इस पूरे प्रोजेक्ट की कार्यवाही और दावे-आपत्तियों का निराकरण जल्द ही पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि जल्द से जल्द इस महत्वपूर्ण परियोजना को अमल में लाया जा सके।

 


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