जल्द खत्म होगा इंतजार, छूटे गांवों को मिलेगा सिंचाई के लिए नर्मदा का पानी


ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहा सर्वे का काम, धार-बदनावर परियोजना में 113 नए गांव होंगे शामिल


आशीष यादव
धार Published On :
धार-बदनावर क्षेत्र में नर्मदा सिंचाई परियोजना के तहत 113 नए गांवों में पानी की आपूर्ति

किसानों को नर्मदा के पानी का लंबे समय से इंतजार था, जो अब जल्द ही खत्म होने वाला है। धार-बदनावर के लिए निर्माणाधीन उद्वहन सिंचाई परियोजना में उन गांवों को भी शामिल किया जा रहा है, जो पहले चरण में छूट गए थे। सरकार ने 113 नए गांवों को परियोजना में जोड़ने का निर्णय लिया है, जिससे 43 हजार हेक्टेयर भूमि को सिंचाई के लिए पानी मिल सकेगा। ज़ाहिर है नर्मदा से सिंचाई के बाद इन गांवों में फसल पर सकारात्मक असर पड़ेगा।

धार और बदनावर क्षेत्र के कई गांव, जो इस परियोजना के शुरुआती सर्वे में शामिल नहीं हो सके थे, अब उन्हें जोड़ने के लिए सर्वे का काम शुरू हो चुका है। धार और बदनावर के 113 गांवों के लिए डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) को अपडेट किया जा रहा है। इसके बाद इन गांवों में सिंचाई के लिए नर्मदा का पानी उपलब्ध हो सकेगा।

महापुरा में बन रहा इंटेकवेल

नर्मदा नदी से पानी उठाने के लिए धार जिले के मनावर तहसील के महापुरा गांव के समीप इंटेकवेल का निर्माण किया जा रहा है। इस इंटेकवेल से पानी को लिफ्ट कर तिरला के निकट रायपुरिया तक पहुंचाया जाएगा। यहां से पानी धार के 28 और बदनावर के 101 गांवों को मिलेगा। नर्मदा से कुल 16.02 क्यूमेक पानी लिया जाएगा।

बदनावर में नर्मदा से सिंचाई

बदनावर नर्मदा परियोजना के प्रारंभिक डीपीआर में विधानसभा क्षेत्र के सादलपुर मंडल के कई गांव छूट गए थे, जिन्हें अब इस योजना में शामिल किया जा रहा है। धार तहसील के अनारद, सकतली, मलगांव, उमरिया, बिजूर, तोरनोद और नौगांव सहित कई गांवों का सर्वे किया जा रहा है। इन गांवों को योजना का हिस्सा बनाकर किसानों को सिंचाई की सुविधा दी जाएगी। गांव के किसानों ने कहा कि अगर नर्मदा का पानी आता है, तो इससे उनकी खेती में बहुत लाभ होगा। खेतों की सिंचाई के लिए पानी की जरूरत बहुत समय से महसूस की जा रही थी।

2020 में हुआ था भूमिपूजन

इस परियोजना का भूमिपूजन 26 सितंबर 2020 को तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोटेश्वर तीर्थ में किया था। योजना का काम चार साल से जारी है, और अब इसमें धार और बदनावर के नए गांवों को भी शामिल किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत 50 हजार हेक्टेयर भूमि को सिंचाई के लिए पानी मिलना था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 43 हजार हेक्टेयर और किया जा रहा है।

 

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धार शहर को भी मिलेगा पीने का पानी

इस परियोजना के तहत धार शहर को पीने का पानी भी मिलेगा। अमृत 2.0 योजना के अंतर्गत रायपुरिया से पाइपलाइन के माध्यम से नयापुरा तालाब तक पानी लाया जाएगा, जिससे शहर में नर्मदा का पानी सप्लाई होगा।एनवीडीए के अधीक्षक यंत्री श्याम सुंदर राउत ने बताया कि सर्वे का काम तेजी से चल रहा है। जो गांव पहले छूट गए थे, उन्हें इस योजना में शामिल किया जा रहा है। डीपीआर को अपडेट करने के बाद इन गांवों को परियोजना में शामिल किया जाएगा, जिससे सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध हो सकेगा।

गर्मियों में पानी की कमी से राहत की उम्मीद

इस परियोजना से जहां एक ओर किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा, वहीं धार शहर में पीने के पानी की समस्या से भी राहत मिल सकेगी। गर्मियों में पानी की भारी कमी महसूस की जाती है, लेकिन इस योजना से धार और बदनावर क्षेत्र में जल संकट दूर होगा।


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