नज़दीक है चुनाव परिणाम का दिन, कयासों के बाज़ार गर्म


अब हर बूथ पर हुए मतदान का कर रहे मंथन, जीत-हार के गणित में उलझे दल


आशीष यादव
धार Published On :

मतदान हो चुका है। कार्यकर्ता और नेता अब आराम कर रहे है। पिछले कई दिनों से दिन और रात लगातार काम करने के दौरान थकावट तो हुई है। धार में मुख्य रूप से मुकाबला चार लोगों में था दो निर्दलीय व कांग्रेस और भाजपा के बीच होने से जीत और हार के गणित समझना नेताओं के लिए भी चुनौती बन गया है।

एक तरफ जहां कांग्रेस- भाजपा के प्रत्याशी और समर्थक मतदान के एक-एक क्षेत्र की जानकारी लेकर जीत-हार का गणित लगा रहे है तो दूसरी और निर्दलीय भी मैदान सभाले हुए हैं और कह रहे हैं कि हमारी जीत पक्की है। सभी समर्थक जीत के दावे कर रहे हैं। वहीं प्रत्याशी मतदान से मुक्त होकर अब किसी ने खेत की तरफ रुख किया है, तो कोई ग्रामीणों से मिला है, परिवार के लोगों को समय दिया। कोई प्रत्याशी आराम कर रहे हैं तो कई समय निकाल कर प्रत्याशी सुबह शाम कार्यकताओ से भी मिल रहे हैं।

समर्थक मतदान दलों से एकत्रित: विधानसभा धार 201 जिले मे मुख्य रूप से मुकाबला निर्दलीयों के साथ कांग्रेस और भाजपा के बीच होने की वजह से यहां जीत-हार का गणित लगाने इतना आसान नहीं है। चुनाव बाद से ही प्रत्याशी और उनके समर्थक मतदान दलों से आंकड़े लेते दिखाई दिए। इसमें अपने पक्ष में कितने वोट पड़े होंगे। इसका अंदाजा लगाते दिखे। इस बार विधानसभा चुनाव में 12 प्रत्याशी मैदान में थे, जिसमें मुख्य मुकाबला कांग्रेस के प्रत्याशी प्रभा बालमुकुल गौतम
और भाजपा के प्रत्याशी नीना विक्रम वर्मा और निर्दलीय के रूप में भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष राजीव यादव तो दूसरी और कांग्रेस के प्रदेश सचिव कुलदीप बुंदेला मैदान में थे।

लाड़ली बहना योजना पर नजर : मतदान के बाद जो आंकड़े सामने आए हैं वह चौंकाने वाले हैं। हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले जिले में इस बार 77 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ हे , महिलाओं की भरपूर वोटिंग उत्साह से इस बार वोट प्रतिशत बड़ा है। क्योंकि हर किसी की नजर भाजपा की लाडली बहना योजना के चलते फायदे और नुकसान पर टिकी है। धार के 2 लाख 04 हजार मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया जिसमें बड़ी संख्या में महिला शामिल हैं।

चारो दल मतदान के फीडबैक : धार विधानसभा में भाजपा कांग्रेस व निर्दलीय चारो ही दल मतदाताओं के मत के गुणा भाग में लगे हैं। इसमें कार्यकर्ताओं, सेक्टर प्रभारी, बूथ प्रभारी से लेकर आम जनता से फीडबैक लिया जा रहा है। दोनों पार्टियों के एक्सपर्ट मतदान प्रतिशत और चुनावी मुद्दों के साथ पूर्व में हुए मतदान में मिलने वाले वोटों का भी आंकलन लगा रहे है। पलायन से आए मजदूरों के मतदान के भी आंकड़े जुटा रहे हैं। चारो ही दलों ने इस बार महिला वोटर्स के इर्द गिर्द चुनावी बिसात बिछाई थी अब दोनों पार्टियों के लोग मतदान के बाद महिलाओं के वोट पर अपना दावा भी कर रहे है। कांग्रेस ने 500 में गैस सिलेंडर और नारी सम्मान योजना बिजली के बिल को। मुद्दा बनाया था, वहीं भाजपा ने पूरा चुनाव लाडली बहना योजना को ध्यान में रखते हुए लड़ा है। इस बार महिलाओं ने भी चुनाव में बढ़-चढ़ के हिस्सा लिया है, जिसके बाद दोनों ही दल महिला वोट पर अपने- अपने दावे कर रहे हैं।

यह है मतदान की स्थितिः विधानसभा धार में इस बार कुल 2 लाख 57 हजार मतदाताओं में से 2 लाख 4 हजार मतदाताओं ने मतदान किया था। इसमें पुरुषों की संख्या 1 लाख 06 हजार 288 तथा महिलाओं की संख्या 97 हजार 210 थी। धार में लगभग 78% मतदान दर्ज हुआ था।

हर बूथ पर की गई वोटिंग का जायजा: शनिवार तक मतदान के प्रतिशत का आंकड़ा सामने आ चुका है, जिले में 77 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है। कार्यकर्ता और नेता अब हर बूथ पर की गई वोटिंग का जायजा ले रहे हैं। धार विधानसभा में 2 लाख 4 हजार मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। 5 साल के नेतृत्व का फैसला ईवीएम की मेमोरी में कैद हो गया है, जिसका परिणाम 3 दिसंबर को आयेगा।


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