धार: थोक मेडिकल संचालक की दुकान से लाखों रुपये की हेराफेरी, पुलिस ने सेल्समैन को किया गिरफ्तार


शौक पूरा करने के लिए के लिए उड़ाए थे रुपये, दवाईयों की एंट्री में अफरा-तफरी कर 10 लाख से अधिक रुपये चुराए।


DeshGaon
धार Published On :
dhar medical shop fraud

धार। शहर में दवाईयों के थोक विक्रेता की दुकान पर रुपयों की अफरा-तफरी करने वाले सेल्समैन को कोतवाली पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पिछले 28 दिनों से फरार चल रहा था।

दुकान में घपले की जानकारी दुकान के मालिक को लगने के बाद आरोपी धार छोड़कर औद्योगिक नगरी पीथमपुर में नई नौकरी की तलाश कर रहा था। इस बात की सूचना के आधार पर पुलिस टीम पीथमपुर पहुंची व आरोपी रितेश (26 वर्ष) पिता राजू निवासी खरमपुर को गिरफ्तार कर थाने लेकर आई।

पुलिस थाने में पूछताछ में आरोपी ने दुकान के हिसाब में गड़बड़ी करने की बात स्वीकार कर ली है। मंगलवार दोपहर के समय आरोपी रितेश को पुलिस कोर्ट के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

दवाईयों की एंट्री में की थी हेराफेरी –

शहर के कबीर मार्ग होली टेकरा पर न्यू धार मेडिकोज के नाम से दवाईयों की दुकान है। दुकान के मालिक अशोक कुमार महतो दवाइयों का थोक व्यापार पिछले लंबे समय से कर रहे हैं।

दुकान पर दवाइयों का हिसाब रखने के लिए आरोपी रितेश को पांच साल पहले नौकरी पर रखा था। रितेश दुकान का सेल्समैन होने के कारण दवाइयों की एंट्री करता व मेडिकल स्टोर से आने वाले ऑर्डर की दवाइयों को जाकर दुकानों पर देता था और साथ ही ऑर्डर किए गए दवाईयों के रुपये भी लेकर आता था।

दुकान के मालिक ने वर्ष 2020-21 का सालाना हिसाब चेक किया तो उसमें करीब 3 लाख रुपये कीमत की दवाईयों का स्टॉक कम पाया गया, जिसको लेकर अशोक महतो ने रितेश से पूछताछ की, लेकिन सेल्समैन पर विश्वास होने के कारण उन्हें उसके द्वारा घपले करने का लेकर कोई शंका नहीं हुई।

10 लाख रुपये से अधिक की धोखाधड़ी –

व्यापारी ने थाने पर सौंपे आवेदन में पुलिस को बताया कि सेल्समैन पर विश्वास होने के कारण उसे रहने के लिए घर भी दिया था, लेकिन वर्ष 2021-22 के हिसाब में 10 लाख रुपये कीमत की दवाइयों का हिसाब नहीं मिला।

इसके बाद आरोपी घर भी खाली करके चला गया था। मामले में कोतवाली पुलिस ने 2 मई को आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया। आरोपी ने दुकान से करीब 13 लाख रुपये कीमत की दवाइयों की अफरा-तफरी की थी।

मामले में जांच के लिए सीएसपी देवेंद्र सिंह धुर्वे के निर्देशन में एक टीम गठित की गई। थाना प्रभारी दीपक सिंह चौहान ने बताया कि आरोपी रितेश पीथमपुर में बगदून तालाब के समीप नौकरी के लिए घूम रहा था, जिसे गिरफ्तार करके थाने पर लाया गया था।

शौक पूरा करने में उड़ाए रुपये –

आरोपी रितेश ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि ऑर्डर मिलने पर दुकान के हिसाब में एंट्री करने के बजाय दवाईयों के रुपये स्वयं रख लेता था। इसके बाद इन रुपयों से अपनी जिंदगी के शौक पूरा करने का काम करता था।

आरोपी ने कुछ रुपये बचाकर रखे हुए थे जिसे बरामद करने के लिए पुलिस टीम आरोपी रितेश को लेकर ग्राम देदला पहुंची, जहां पर आरोपी के घर से 1 लाख 8 हजार रुपये पुलिस ने जब्त किए।


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