धार। जिले में मुस्कान अभियान के तहत गुम हुए बालक-बालिकाओं की दस्तयाबी के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत लंबे वक्त से जिन बालक-बालिकाओं की जानकारी नहीं मिल रही थी, उन्हें टीम बनाकर ढूंढने के लिए पुलिस काम कर रही है।
इसी अभियान के तहत मांडू पुलिस ने डेढ़ माह पूर्व गुम हुए एक बालक को दिल्ली से दस्तयाब करने में सफलता हासिल की है। इसके बाद उसे उसके माता-पिता को सौंप दिया गया।
एसपी मनोज कुमार सिंह के निर्देशन व एएसपी देवेंद्र पाटीदार के मार्गदर्शन और एसडीओपी राहुल कुमार खरे के कुशल नेतत्व में थाना प्रभारी मांडू रवि वास्के और उनकी टीम द्वारा अपहृत बालक आजाद सिंगारे को दिल्ली से दस्तयाब कर किया गया।
एसपी सिंह द्वारा मुस्कान अभियान चलाकर नाबालिग बालक-बालिकाओं की दस्तयाबी के लिए अभियान चलाया गया। इसमें 6 मार्च को फरियादी बहादुर पिता चंपालाल सिंगारे द्वारा रिपोर्ट करने पर उसके नाबालिग लड़के आजाद सिंगारे को अज्ञात व्यक्ति बहला-फुसलाकर ले गया।
फरियादी बहादुर की रिपोर्ट पर थाना मांडू में अपहरण का प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया गया। विवेचना के दौरान अपहृत के तलाश के हरसंभव प्रयास शुरू किए गए।
अपहृत के दोस्तों, आसपास के लोगों व रिश्तेदारों से पूछताछ की गई। साथ ही अपहृत बालक आजाद के पोस्टर लगवाए गए। इस बीच मुखबिर से सूचना मिली कि आजाद लड़का दिल्ली में देखा गया है।
पुलिस द्वारा परिजनों की सूचना पर तत्परता दिखाते हुए एसडीओपी धामनोद खरे द्वारा थाना प्रभारी के निर्देशन में एक टीम गठित कर लोकेशन आधार पर अपहृत बालक की तलाश दिल्ली में की गई, जो हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर सात पर मिला।
पुलिस टीम गुम हुए बालक को निजामुददीन रेल्वे स्टेशन दिल्ली से दस्तयाब कर मांडू थाना लेकर आई, जहां जरूरी कागजी कार्रवाई के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया गया।
इस पूरे ऑपरेशन में टीआई मांडू रवि वास्के, एएसआई संजय जगताप, आरक्षक वीरेंद्र, अशोक व लवेश मीणा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।