मांडू उत्सव: बरसेगा श्रृंगार रस, किस्सा गो सुनाएंगे प्रेम कहानियां, अद्भुत होगा यह अनुभव


मांडू उत्सव के दूसरे दिन 14 फरवरी वैलेंटाइन डे पर काव्य का रस बरसेगा। इतिहास में मांडू को प्रेम नगरी के नाम से भी जाना जाता है। प्रतिवर्ष यहां वैलेंटाइन डे पर बड़ी संख्या में सैलानी जुटते हैं। कवि सम्मेलन श्रृंगार रस पर आधारित रहेगा। देश के जाने-माने कवि काव्य पाठ करने यहां पहुंचने वाले हैं।


आशीष यादव
धार Updated On :

धार। मांडू उत्सव को लेकर जिला प्रशासन की तैयारियां आखिरी दौर में हैं। तेरह फरवरी शनिवार से तीन दिन के मांडू उत्सव की शुरुआत होगी। साप्ताहिक अवकाश होने के चलते यहां पर पर्यटकों की भीड़ होने की पूरी उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि इस बार मांडू उत्सव का आयोजन मात्र तीन दिन का हो रहा है, इसके पीछे बजट और कोरोना दोनों ही कारण हैं।

तमाम दिक्कतों के बावजूद जिला प्रशासन व इवेंट कंपनी के लोगों ने पूरी मेहनत से इस आयोजन को सफल बनाने में लगे हुए हैं। प्रशासनिक अमला पिछले दस दिनों से मांडू उत्सव को लेकर ही काम कर रहा है।  कलेक्टर आलोक सिंह व एसपी आदित्य प्रतापसिंह भी उत्सव को लेकर दो से तीन मर्तबा निरीक्षण कर चुके हैं।

राष्ट्रवंदना से होगा आगाजः  तीन दिवसीय उत्सव में कला, संस्कृति एवं पर्यटन का रंग बिखरेंगे। मांदल की थाप और बांसुरी की धुन पर थिरकते भगोरिया नर्तक दल द्वारा अतिथियों और कलाप्रेमियों की अगवानी की जाएगी। पहली बार राष्ट्रवंदना के साथ मांडू उत्सव का आगाज होगा।

इंटरनेट मीडिया के कई प्लेटफार्म को माध्यम से दुनियाभर के लोग उत्सव से जुड़ेंगे। मांडू उत्सव का शुभारंभ करने वाले अतिथियों का स्वागत यहां आदिवासी और मालवी परंपरानुसार किया जाएगा। स्थानीय आदिवासी महिलाओं द्वारा तैयार बाटिक प्रिंट के अंग वस्त्र उत्सव में शामिल होने वाले अतिथियों को भेंट किए जाएंगे।

पर्यटकों के आने का क्रम शुक्रवार देर शाम से ही शुरु हो जाएगा, दो दिन के अवकाश के साथ मांडू उत्सव का आयोजन होने पर एक लाख लोगों के आने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके साथ ही मांडू में स्थित निजी होटलों के रुम भी अभी से बुक होना शुरु हो गए है।

तीन मंत्री करेंगे शुभारंभः मांडू उत्सव का शुभारंभ करने के लिए जिले के जनप्रतिनिधि से लेकर प्रदेश स्तर तक के नेता मौजूद रहेंगे। इस बार मांडू उत्सव का शुभारंभ प्रदेश के तीन केबिनेट मंत्री करेंगे। मुख्य अतिथि के रुप में पर्यटन विभाग की मंत्री व महू से विधायक उषा ठाकुर, वन मंत्री कुंवर विजय शाह, उद्योग मंत्री व बदनावर के विधायक राजवर्धनसिंह दत्तीगांव के अलावा सांसद छतरसिंह दरबार और जिला पंचायत अध्यक्ष मालती मोहन पटेल विशष्टि अतिथि के तौर पर शामिल होंगे।

इसके साथ ही भाजपा के जिलाध्यक्ष राजीव यादव, धरमपुरी विधायक पांचीलाल मेड़ा, मनावर विधायक डॉ. हीरालाल अलावा, धार विधायक नीना वर्मा व गंधवानी विधायक उमंग सिंघार, कुक्षी विधायक सुरेंद्रसिंह हनी बघेल, मांडू नगर परिषद अध्यक्ष मालती जयराम गावर अतिथियों की सूची में शामिल हैं।

पर्यटन मंत्रालय के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला, पर्यटन बोर्ड के एमडी विश्वनाथन और बोर्ड के एएमएडी सोनिया मीणा उत्सव में शामिल होने की उम्मीद हैं, साथ ही कलेक्टर आलोकसिंह व एसपी आदित्य प्रतापसिंह अपने पूरे अमले को लेकर शुभारंभ कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।

 

स्मृतियों में ले जाएंगे स्टोरी ट्रेलर्सः  इवेंट कंपनी से जुड़े लोगों ने उत्सव के कर्यक्रमों को लेकर जानकारियां साझा की है। उन्होंने बताया कि मांडू उत्सव में सिर्फ पर्यटन ही मुख्य उद्देश्य नहीं है। इस क्षेत्र की स्थानीय कला, व्यंजन और संस्कृति से भी पर्यटकों को रूबरू कराया जाएगा।

यहां इमारतों के ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक महत्व को प्रचारित करने के साथ पर्यटकों के लिए विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से आनंदमय उत्सव बनाने के लिए फोटो प्रतियोगिता, ट्रेजर हंट, फिशिंग, हैरिटेज वॉक जैसे आयोजन होंगे।

इसके अलावा स्टोरी ट्रैलर्स पर्यटको को कई कहानी-किस्से सुनाएंगे, जो मांडू आने वाले लोगों को पुरानी स्मृतियों और गुजरे दौर में लेकर जाएंगे। इसके तहत हरित वादियों में संगीत के साथ योग कला के माध्यम से शरीर को शांत और स्वस्थ्य रखने के लिए योग करवाया जाएगा। इसके अतिरिक्त घोड़ों पर सवारी करके मांडू को देखने का लुत्फ भी अलग ही होगा। साइकिल से सेहतमंद तफरीह के शौकीन पर्यटकों के लिए साईकलिंग टूर भी आयोजित किए जाएंगे।

श्रृंगार रस बरसेगा   जिला प्रशासन की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार मांडू उत्सव के दूसरे दिन 14 फरवरी वैलेंटाइन डे पर काव्य का रस बरसेगा। इतिहास में मांडू को प्रेम नगरी के नाम से भी जाना जाता है। प्रतिवर्ष यहां वैलेंटाइन डे पर बड़ी संख्या में सैलानी जुटते हैं। कवि सम्मेलन श्रृंगार रस पर आधारित रहेगा। देश के जाने-माने कवि काव्य पाठ करने यहां पहुंचने वाले हैं।

इवेंट कंपनी के लोग उत्सव की तैयारियों में लगे हैं। जिला प्रशासन द्वारा मांडू उत्सव को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। इसके अलावा आदिवासी लोक गायकी की और इस शैली में गाए मशहूर गीतों की प्रस्तुति भी यहां होगी। इसके बाद बाग क्षेत्र के प्रसिद्ध आदिवासी नृत्य दल प्रस्तुति देगा।

देसी तड़का कबीर के दोहे से – अहमदाबाद के मुक्त द बैंड और कबीर कैफे जैसे प्रसिद्ध बैंड मांडव में दो दिन गीत-संगीत की महफिल जमाने वाले हैं। कबीर के दोहे किताबों से लेकर आम जिंदगी में कहावतों के तौर पर सुनाए जाते हैं, लेकिन इन्हें रॉक बैंड की धून पर सुनना एक अलग ही आनंद और आभास देगा।

दोनों बैंड 13 और 14 फरवरी की शाम को अपनी प्रस्तुतियां मांडू में देंगे। मुक्त द बैंड की एल्बम जोगी से आज के युवा भली भांति परिचित हैं। खामोश मांडू में रॉक स्टॉर के बैंड के गूंज किसी रोमांच से कम नहीं होगी। वहीं बैंड की धून में देसी तड़का कबीर के दोहे होंगे।

10 पेड़ों को सजाया जा रहा – मांडू उत्सव से पहले इन्हीं पेड़ों को सजाने के लिए कलकता से 10 विशेष कलाकारों को बुलाया गया है, जिन्होंने 10 पेड़ों का चयन किया है। इन्हें 20 रंगों से सजाया जा रहा है, जिससे पर्यटक इमली के पेड़ों का इतिहास को जान सके।

इसके साथ ही इस आयोजन में मालवा और निमाड़ के प्रसिद्ध व्यंजनों को परोसा जाएगा। यहां पर चायनीस, साउथ इंडियन, पंजाबी, दाल बाफले, दाल पानिया, लड्डू – चूरमा, कढ़ी चावल, मंचूरियन जैसी स्वादिष्ट व्यंजन भी पर्यटकों को खाने के लिए यहां पर मिलेंगे।


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