सर्मथन मूल्य के पंजीयन का आज आख़िरी दिन, किसान अधिक आ रहे लेकिन परेशानियां भी कई


जिस तेजी से पंजीयन हो रहे है उसे देखते हुए समितियों के माल की तौल के प्रबंध भी करने होंगे। इसके साथ भंडारण के लिए भी अभी से जिला प्रशासन को तैयारियां करनी होंगी क्योंकि गेहूं के साथ चना, मसूर की खरीदी भी होनी है।


आशीष यादव
धार Updated On :

धार। समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी के लिए इस वर्ष पंजीयन कराने वाले किसानों की संख्या एक नए रिकार्ड की ओर पहुंच रही है। अब  तक गेहूं के पंजीयन की अंतिम तिथि बीस फरवरी थी और चना, सरसों व मसूर के पंजीयन की तिथि 25 फरवरी थी, लेकिन गेहूं में पंजीयन कराने के लिए पहुंच रहे किसानों की संख्या को देखते हुए शासन ने अब 25 फरवरी कर दी लेकिन इसके बाद भी किसानों की सख्या बढ़ रही है।

जिले में अभी तक 55 हजार किसान पंजीयन करा चुके हैं। जिसमें सर्वाधिक गेहूं का पंजीयन कराने वाले किसानों की संख्या 53537 है। इन पंजीयन किसानों के द्वारा ऑनलाइन कराए गए हैं। समितियों के अंतर्गत आने वाले किसान अन्य समितियों पर जाकर अपने पंजीयन करा रहे हैं या फिर किसान एप्प की मदद ले रहे हैं।

अभी तक जिले में सर्वाधिक पंजीयन बदनावर में हुआ है। जहां 14 046 किसान गेहूं पंजीयन करवा चुके हैं और सबसे कम पंजीयन डही में हुआ है जहां केवल 659 किसानों ने पंजीयन करवाया है। चने में मनावर तहसील में 1 649 किसानों ने पंजीयन कराया है, जबकि मसूर में बदनावर के 91 किसानों ने पंजीयन करवाया है। सरसों में जिले के एक भी किसान ने पंजीयन नहीं कराया है।

भंडारण की अभी से करनी होगी तैयारी :  पहली बार जिले में किसानों की ओर से इतनी बड़ी संख्या में पंजीयन कराए जा रहे हैं। इससे पहले भी पंजीयन होते थे, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में किसान कभी नहीं पहुंचे जिसे देखते हुए 25 मार्च से शुरू होने वाली खरीदी में किसानों की संख्या प्रत्येक केन्द्र पर अधिक होने की संभावनाएं है।

जिस तेजी से पंजीयन हो रहे है उसे देखते हुए समितियों के माल की तौल के प्रबंध भी करने होंगे। इसके साथ भंडारण के लिए भी अभी से जिला प्रशासन को तैयारियां करनी होंगी क्योंकि गेहूं के साथ चना, मसूर की खरीदी भी होनी है।

यहां प्रमुख रूप से पैदा होने वाली फसलों में गेहूं और चना है। पिछले 2 वर्षों से जिले में खरीदे जाने वाले माल को रखने के लिए अन्य जिलों की मदद लेनी पड़ रही है। वहीं पिछली बार केन्द्रों से गेंहू नही उठने से किसानों को केंद्रों पर ही कई रातें गुजारनी पड़ी थी।

पंजीयन कराने में किसानों को आ रही है समस्या : जिले में किसानों को भी पंजीयन कराने में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यहां उनके आधार लिंक नहीं हो रहे है और कई बैंकों का संवीलियन होने के कारण उनके खाते बदल गये है।

ऐसे में किसानों को अपने बैंक खातों के नए नम्बर पंजीयन में देना पड़ रहे हैं। सबसे बड़ी समस्या इस बात की आ रही है कि मौके पर कोई और फसल है और पंजीयन में कोई ओर फसल दर्शायी गई है।

इस तरह की तमाम कमियां सामने आ रही है, जिसके कारण किसानों को पंजीयन कराने के लिए विभागों के चक्कर काटना पड़ रहे हैं। प्रतिदिन जिला खाद्य आपूर्ति कार्यालय में किसान अपनी समस्याओं को लेकर पहुंच रहे है।

 

किसान 25 तारीख़ सात बजे तक पंजीयन करवा सकते हैं पिछली बार 40 हजार किसानों ने अपना पंजीयन करवाया था इस बार 55 हजार से अधिक किसानों ने गेहूं चना मसूर का पंजीयन करवाया है।

एनएस मिश्रा, जिला खाद्य अधिकारी धार 


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