निमाड़ को बड़ी सौगात: खंडवा-खरगोन-अलीराजपुर रेल लाइन सर्वे को मंजूरी, विकास की नई राहें खुलेंगी


केंद्र सरकार ने खंडवा-खरगोन-अलीराजपुर के बीच नई रेल लाइन के सर्वे को मंजूरी दे दी है, जिससे निमाड़ क्षेत्र सीधे गुजरात से जुड़ सकेगा। 6.25 करोड़ रुपये की लागत से होने वाला यह सर्वे आदिवासी क्षेत्रों के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा, जिससे पूर्वी और पश्चिमी निमाड़ के बीच कनेक्टिविटी और वाणिज्यिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।


आशीष यादव
धार Published On :

केंद्र सरकार ने आम बजट के अंतर्गत रेल बजट का विस्तृत विवरण जारी किया है, जिसमें निमाड़ क्षेत्र को बड़ी सौगात दी गई है। प्रस्तावित खंडवा-खरगोन-अलीराजपुर रेल लाइन के सर्वे को स्वीकृति मिल गई है। इस सर्वे की लागत 6.25 करोड़ रुपये आंकी गई है और यह नई रेल लाइन लगभग 250 किलोमीटर में फैली होगी, जो निमाड़ को सीधे गुजरात से जोड़ेगी।

 

इस प्रस्ताव के पीछे केंद्रीय राज्यमंत्री और क्षेत्रीय सांसद सावित्री ठाकुर का विशेष प्रयास रहा है। उन्होंने 22 जुलाई को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर इस रेल लाइन की मांग की थी। ठाकुर ने बताया कि इस रेल लाइन के बनने से पूर्वी और पश्चिमी निमाड़ के क्षेत्र आपस में जुड़ जाएंगे और खंडवा से वडोदरा की दूरी लगभग 200 किलोमीटर कम हो जाएगी। इससे निमाड़ के आदिवासी क्षेत्रों में विकास की गति तेज होगी।

 

 सर्वे की मंजूरी

रेल मंत्रालय ने 2024-25 के बजट में देशभर में नए रेल मार्गों के सर्वे की सूची जारी की है। इस सूची के क्रमांक 102 पर खंडवा-अलीराजपुर-बड़वानी-खरगोन ब्रॉडगेज रेलमार्ग का सर्वे शामिल है। सर्वे के लिए अंतिम स्थान सर्वेक्षण (FLS) किया जाएगा, जिसकी लागत 6.25 करोड़ रुपये तय की गई है।

विकास की नई राहें खुलेंगी

इस रेल मार्ग के स्वीकृत होने से खंडवा, खरगोन और बड़वानी के आदिवासी क्षेत्रों को बड़ा लाभ मिलेगा। संजय शर्मा, मीडिया प्रभारी, ने बताया कि इस रेल लाइन के बनने से खंडवा से वडोदरा के बीच यात्रा करने वालों की दूरी 200 किलोमीटर तक कम हो जाएगी। यह नया रूट भुसावल और नंदूरबार जैसे व्यस्त मार्गों का विकल्प बनेगा। साथ ही, आदिवासी क्षेत्रों को राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जोड़ने में मदद करेगा, जिससे इन क्षेत्रों में सामाजिक और आर्थिक विकास के नए अवसर पैदा होंगे।

 

रेल मंत्री का आभार

केंद्रीय राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर ने आदिवासी क्षेत्रों की जनता की मांग को स्वीकार करने के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह नई रेल लाइन न केवल यातायात को आसान बनाएगी, बल्कि आदिवासी समुदाय के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएगी। इससे क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे और आर्थिक प्रगति को गति मिलेगी।

 

क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा

इंदौर-दाहोद और धार-छोटा उदयपुर रेल परियोजनाओं के साथ इस नई लाइन के जुड़ने से मालवा और निमाड़ क्षेत्र में कनेक्टिविटी और वाणिज्यिक गतिविधियों में तेजी आएगी। लंबे समय से धार जिले में कोई रेल लाइन नहीं थी, लेकिन अब रेलवे के कार्यों में आई तेजी से स्थानीय लोगों में उम्मीद जगी है। इस परियोजना के पूरा होने पर निमाड़ और मालवा क्षेत्र का तेजी से विकास होगा, जो आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्यों को भी साकार करने में सहायक सिद्ध होगा।


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