राजस्थान के जयपुर में राष्ट्रीय करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेवसिंह गोगामड़ी की हत्या कर दी गई है। इस घटना के विरोध में पूरे देश में राजपूत समाज द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी कड़ी में बुधवार को करणी सेना धार द्वारा शहर में प्रदर्शन किया गया। यहां आदर्श सड़क स्थित महाराणा प्रताप प्रतिमा स्थल पर समस्त राजपूत युवा एकत्रित हुए और पैदल मार्च के रूप में घोड़ा चौपाटी पर पहुंचे। यहां पर युवाओं ने चक्काजाम करते हुए सड़क पर ही धरना दे दिया। इस कारण पूरे चौराहे पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई। इस कारण ट्रैफिक जाम हो गया। करीब दो घंटे तक यह प्रदर्शन चला। कई बार अधिकारियों ने समझाइश देने की कोशिश की, लेकिन युवाओं ने प्रशासन की एक न सुनी और सूखदेव सिंह के हत्यारों पर कार्रवाई की मांग के लिए नारेबाजी करते रहे। हालांकि अंत में पदाधिकारियों की समझाइश के बाद युवा माने और ज्ञापन देकर प्रदर्शन को खत्म किया।
युवा वर्ग ने किया प्रदर्शन: इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया। घोड़ा चौपाटी पर करणी सेना के अध्यक्ष सहित पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल थे। हाथों में सुखदेव सिंह की तस्वीर वाली तख्तियां लेकर युवा प्रदर्शन कर रहे थे। साथ ही सुखदेव सिंह के हत्याारों को फांसी देने की मांग करते हुए नारेबाजी भी की जा रही थी। धरना प्रदर्शन के दौरान युवाओं को ज्ञापन देने के लिए अधिकारी मनाने के लिए पहुंचे, लेकिन वे नहीं माने।
सयुक्त कलेक्टर मेघा पंवार, तहसीलदार दिनेश उईके, सीएसपी धार रवींद्र वास्केल, टीआई सविता चौधरी व कमलेश्वर शर्मा सहित बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को लगाया गया था। अधिकारियों ने पदाधिकारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। पदाधिकारी कलेक्टर-एसपी को ज्ञापन देने की जिद करते रहे सयुक्त कलेक्टर व तहसीलदार उईके और सीएसपी ने पदाधिकारियों से कई स्तर पर बातचीत की, लेकिन इसका भी असर नहीं हुआ।
ट्रैफिक से सड़क पटी, पूरा रूट हो गया जाम: इधर घोड़ा चौपाटी पर चक्काजाम का असर पूरे एरिया में देखने को मिला। टीवीएस चौराहा, भोज अस्पताल तिराहा, पाटीदार तिराहा, मोहन टॉकिज चौराहे तक वाहनों की आवाजाही पूरी तरह प्रभावित रही। लोगों को वाहन निकालने में खासा परेशान होना पड़ा। बाइक से लेकर कार और यात्री बसों के कारण रास्ते बंद रहे। सबसे ज्यादा परेशानी पाटीदार तिराहे से लेकर भोज हॉस्पिटल तिराहे और टीवीएस चौराहे तक थी।
एएसपी एडीएम को दिया आवेदन: घोड़ा चौपाटी पर करीब डेढ़ घंटे तक इसी तरह चक्काजाम चलता रहा। वाहनों की आवाजाही बंद करने के लिए करणी सेना द्वारा वाहनों को आड़ा कर लगा दिया गया था। इस कारण आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई। हालांकि इस बीच एक एंबुलेंस भी घोड़ा चौपाटी पर पहुंची थी, जिसे निकालने के लिए करणी सेना के युवा धरने से उठ गए और एंबुलेंस के लिए रास्ता क्लीयर कर उसे बाहर निकाला गया।
यह काफी देर हंगामा चलता रहा। इसके बाद एएसपी डॉ. इंद्रजीत बाकलवार एडीएम अश्वनी रावत मौके पर पहुंचे और पदाधिकारियों से बात की। इसके बाद पदाधिकारियों ने कार्रवाई को लेकर एक ज्ञापन एएसपी डॉ. बाकलवार अश्विन रावत को दिया और धरने को खत्म किया गया।