धार। राज्य पुरातत्व विभाग के अधिकारियों का दल ऐतिहासिक कोटड़ी सराय महल में मरम्मत के काम की जांच करने पहुंचा। जब दल के अधिकारियों ने यहां स्थिति देखी तो वह भी हैरान रह गए।
अधिकारियों ने पूरे महल में हुए कार्य का निरीक्षण करने के बाद इस बात को स्वीकार किया है की महल में कुछ दिन पूर्व डाली गई छत उखड़ने लगी है। पुरातात्विक अधिनियम के विरुद्ध महल में सीमेंट का इस्तेमाल हुआ है। मरम्मत में इस्तेमाल माल की गुणवत्ता ठीक नहीं है। विभाग को जांच रिपोर्ट पेश कर कार्यवाही की बात अधिकारियों ने कही।
मांडू के राज्य पुरातत्व विभाग के स्मारक कोटड़ी सराय में मरम्मत के नाम पर पूरे महल के पुरातात्विक स्वरूप से छेड़छाड़ कर दी गई है। यहां धन लक्ष्मी कंस्ट्रक्शन को काम दिया गया था। उसने एक्शन कंपनी द्वारा अकुशल स्थानीय लोगों को पेटी कॉन्ट्रैक्ट पर काम देकर मुड़ कर भी नहीं देखा। इधर सब कुछ जानते समझते हुए कार्यवाही न करने पर विभागीय अधिकारी भी शंका के घेरे में हैं।
अखबारों ने उजागर किया मामला तो प्रमुख सचिव ने भेजा दल –
इस मामले मे अखबारों ने अपना सामाजिक दायित्व निभाते हुए ऐतिहासिक महल की छेड़छाड़ और भ्रष्टाचार से जुड़े इस मामले को गंभीरता से लगातार प्रकाशित किया। समाचारों के लगातार प्रकाशन के बाद विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने इस मामले में तत्परता दिखाते हुए तत्काल काम को बंद करवाया।
प्रमुख सचिव के हस्तक्षेप के बाद स्थानीय अधिकारियों में हड़कंप मच गया। प्रमुख सचिव के निर्देश पर विभागीय अधिकारियों का दल मांडू पहुंचा। फिलहाल महल में मरम्मत का कार्य पूरी तरह बंद है।
8 दिन पूर्व डाली छत लगी उखड़ने, दल के अधिकारियों ने कहा फिर से कराना पड़ेगा काम –
पुरातत्व विभाग के जांच दल में इंदौर के सहायक संग्रहालय अध्यक्ष आशुतोष महाशब्दे, विभाग के असिस्टेंट इंजीनियर पुष्पेंद्र रोकड़े, सब इंजीनियर अंकित चौहान शामिल थे। मौके पर कंस्ट्रक्शन कंपनी के कमल यादव भी उपस्थित रहे।
विभागीय अधिकारियों ने महल के ऊपर चढ़कर जब छत की स्थिति देखी तो हालत बहुत खराब थी। चीफ इंजीनियर रोकड़े ने स्वीकार किया कि छत में लगने वाला मटेरियल खराब है। इसकी तरी नहीं हुई है और पुटिंग नहीं होने से यह ज्यादा दिन टिक नहीं पाएगी। फिर से रिपेयर कराना पड़ेगा।
इंजीनियर ने माना नियमों के खिलाफ ठेकेदार ने लगा दी महल में सीमेंट –
ऐतिहासिक महल में वर्जित सीमेंट का इस्तेमाल करने के गंभीर मामले को दल ने आंखों से देखा। पहले अधिकारी आनाकानी करते नजर आए पर अंततः उन्होंने स्वीकार किया कि महल के पिछली दीवार पर सीमेंट का इस्तेमाल किया है।
यह ठेकेदार की गलती है। उन्होंने कहा कि उसे पुनः हटवा के दीवार रिपेयर करवा देंगे। दल ने कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ पेनाल्टी लगाने और नियमानुसार कार्यवाही करने की बात भी कही है।
हटवाएंगे महल में लगी कोटा स्टोन, मरम्मत सामग्री की हुई सेंपलिंग –
दल में शामिल अधिकारियों ने कहा कि महल में जो हरी फर्श लगाई गई है वह भी गलत है इसे हम हटवा कर दूसरी फर्स लगाएंगे। उन्होंने मरम्मत काम में उपयोग की गई सभी सामग्रियों को देखा और सैंपल टेस्टिंग के लिए भी साथ ले गए। इस मामले में ठेकेदार कमल यादव लगातार अधिकारियों पर दबाव डालते हुए नजर आए और जब पोल खुली तो वह मौके से नाराज होकर वापस लौट गए।
जल्द विभाग को पेश करेंगे रिपोर्ट –
विभागीय निर्देश के बाद आज ऐतिहासिक कोटड़ी सराय महल में मरम्मत की गुणवत्ता और अन्य शिकायतों की जमीनी स्थिति देखने हम यहां आए हैं। सभी स्थितियों को हमने नजदीकी से परखा है। एक-दो दिन में हम विभाग को अपनी रिपोर्ट पेश कर देंगे। – पुष्पेंद्र रोकड़े, असिस्टेंट इंजीनियर, राज्य पुरातत्व विभाग
रिपोर्ट के आने के बाद करेंगे नियमानुसार कार्यवाही –
विभागीय अधिकारियों का जांच दल मांडू पहुंचा है। जांच दल से प्राप्त रिपोर्ट के बाद नियमानुसार कार्यवाही करेंगे। – प्रकाश परांजपे, उप संचालक, राज्य पुरातत्व विभाग