धार कलेक्टर का निर्देश- संजीवनी क्लीनिक के लिए स्थल चयन में लें गूगल मैप की मदद


इस बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के एल मीणा, अपर कलेक्टर श्रृंगार श्रीवास्तव, एसडीएम नेहा शिवहरे, सहायक आयुक्त आबकारी यशवंत धनोरे सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।


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धार। सभी अनुभागीय अधिकारी नए संजीवनी क्लिनिक खोलने के लिए स्थल चयन हेतु गूगल मैप में वर्तमान स्वास्थ सुविधा को मार्क करें और फिर छूटे एरिया में संजीवनी क्लिनिक प्रपोज़ करें। शासन की मंशा है कि स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए लोगों को दूर नहीं जाना पड़े।

साथ ही साथ पंचायत को नल-जल योजना हैंडओवर किए जाने से पहले सभी कनेक्शनों में टोंटी लगाना सुनिश्चत हो। इसके बाद किसी हितग्राही द्वारा टोंटी निकाल कर पानी को व्यर्थ बहाया जाता है तो संबंधित पर फाइन की कार्यवाही की जाए।

दुर्घटना से बचाव के लिए पीथमपुर में होने वाले मॉक ड्रील की सभी आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। सभी विभागीय अधिकारी द्वारा दी जा रही जानकारी में प्रदेश में अपनी स्थिति और दिए गए पैरामीटर भी अंकित करें।

यह सारे दिशा-निर्देश धार कलेक्टर डॉ. पंकज जैन ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समयावधि पत्रों की बैठक के दौरान दिए।

कलेक्टर डॉ. जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना एवं मुख्यमंत्री निकाह योजना के लिए सभी एसडीएम ब्लॉक लेवल पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय कर कार्यक्रम आयोजित करने के लिए तिथि निर्धारित कर लें।

अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों में जिन व्यक्ति के दस्तावेज अधूरे हैं, उनके लिए कैम्प लगाकर उनके दस्तावेज पूरे करवाएं। जिला अधिकारी भ्रमण के दौरान दिए गए निर्देशों को लिपिबद्ध कर उसी दिवस शाम तक प्रस्तुत करें।

दिए गए निर्देशों का पालन होने पर रिपोर्ट दें और आयुष्मान कार्ड बनाने की कार्यवाही में लगातार प्रगति लाएं।

बैठक में बताया गया कि सरदारपुर के ग्राम बडोदिया में पानी की समस्या के निदान के लिए वहां बोरवेल करवाया गया जो सफल रहा है। यहां मोटर लगाने के बाद क्षेत्र में पानी का समस्या का निराकरण हो जाएगा।

कलेक्टर डॉ. जैन ने एसडीएम को निर्देश दिए कि शीघ्र मोटर लगाए जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी अनुभाग में एफआरए के प्रकरणों के निराकरण के लिए कैम्प लगाकर कार्यवाही सुनिश्चित करें।

किसानों के ई-केवायसी के लिए सचिव, रोजगार सहायक, पटवारी चौपाल लगाकर कृषकों को बुलाएं और मोबाइल पर ओटीपी के माध्यम से वहां पर उनका ई-केवायसी करें।

आधार लिंक और ई-केवायसी के कारण किसी कृषक को योजना का लाभ न मिले यह स्थिति न बने। वन विभाग मृत लोगों के वारिसों के लिए नामांतरण की प्रक्रिया को समयावधि में पूर्ण करे।

फसल कटाई प्रयोग का डाटा पोर्टल पर दर्ज किया जाए। सभी एसडीएम लंबित आधार और ई-केवायसी कार्य को प्राथमिकता से लें। सड़क से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही लगातार की जाए। इसे अभियान के रूप सतत जारी रखें। इसकी साप्ताहिक प्रगति देखी जाएगी।

इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के एल मीणा, अपर कलेक्टर श्रृंगार श्रीवास्तव, एसडीएम नेहा शिवहरे, सहायक आयुक्त आबकारी यशवंत धनोरे सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।



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