धार। इंदौर-दाहोद रेललाइन को लेकर रेल विभाग गंभीर हो गया है। इस परियोजना को पूरा किए जाने के लिए अलग-अलग काम के टेंडर भी निकाले जा रहे हैं।
पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल ने 45 करोड़ के काम के टेंडर जारी कर दिए हैं। टेंडर भरे जाने की अंतिम तारीख 15 जुलाई है। बता दें कि इंदौर-दाहोद रेललाइन को लेकर विभाग ने टाइम लिमिट तय की है और इस प्रोजेक्ट को गंभीरता से लिया है।
रेल मंडल के दाहोद इंदौर वाया सरदारपुर, झाबुआ, धार 204.76 किमी लंबी नई रेललाइन प्रोजेक्ट को रेलवे बोर्ड फिर शुरू करने की मंजूरी देने के बाद अब अलग-अलग टेंडर जारी कर रहा है।
इस प्रोजेक्ट पर वर्ष 2020 में रोक लगाई गई थी। अब दावा है कि इसे जल्दी पूरा किया जाएगा। 2008 में मंजूर की गई इस रेल परियोजना को तीन साल में पूरा करने का लक्ष्य लिया गया था। 14 साल होने के बाद भी काम में कई निर्माण कार्य अधूरे हैं।
रेल मंडल के अनुसार इस प्रोजेक्ट को रेल मंत्रालय ने वित्तीय वर्ष 2007-08 में 678.54 करोड़ की लागत से स्वीकृत किया था। जून 2012 में रेलवे बोर्ड ने विस्तृत आंकलन के साथ 1640.04 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी।
यह टेंडर किया जारी –
रतलाम मंडल ने नवीन बीजी लाइन प्रोजेक्ट के संबंध में पिटौल-झाबुआ सेक्शन के बीच माइनर पुलों, पुलों के नीचे सड़क, साइड ड्रेस, ट्रॉली रिफ्यूज, टो वाल आदि का निर्माण और यार्ड्स, ब्रिज एप्रोच आदि सहित अर्थवर्क के शेष कार्य के लिए टेंडर जारी किए हैं जिसकी लागत लगभग 45.21 करोड़ रुपये रखी गई है। टेंडर 15 जुलाई को ओपन किए जाएंगे।
एक नजर में प्रोजेक्ट –
- 2008 में प्रोजेक्ट की मंजूरी
- 204.76 किलोमीटर लंबी रेललाइन
- 3 साल में काम पूरा करने का था लक्ष्य
- 1640 करोड़ का प्रोजेक्ट बढ़कर 2000 करोड़ हो गया।
- 847 करोड़ रुपये अब तक खर्च हो चुके हैं।
- 21 किलोमीटर इंदौर से टीही के बीच तक का काम पूरा।
- 16 किलोमीटर दाहोद से कठवाड़ा के बीच काम पूरा।
- 331 पुल – 41 बड़े और 290 छोटे।
- 32 छोटे-बड़े रेलवे स्टेशन रहेंगे।