धार। धार-महू के लोकप्रिय सांसद छतर सिंह दरबार की पहल पर इंदौर-दाहोद रेल परियोजना के निर्माण का कार्य जल्द ही शुरू होगा। मुख्य रूप से ग्राम टीही से लेकर धार तक के करीब 47 किलोमीटर के रेल मार्ग को वित्तीय वर्ष 2024-25 में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है जबकि 3 किलोमीटर लंबी रेल टनल के निर्माण के लिए निविदा प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है।
इसका कार्य जल्द ही शुरू कर लिया जाएगा। साथ ही इसे पूर्ण करने की तिथि दिसंबर 2024 रखी गई है। इस तरह से रेल परियोजना के लिए एक अच्छी खबर है।
यह बात रतलाम में शुक्रवार को आयोजित मंडल स्तरीय समिति बैठक में सांसद प्रतिनिधि विश्वास पांडे को भोपाल रेल मंडल के महाप्रबंधक एके मिश्रा ने दी। सांसद प्रतिनिधि विश्वास पांडे शुक्रवार 17 फरवरी को रतलाम में आयोजित सांसदों की बैठक में शामिल हुए।
उन्होंने सांसद छतर सिंह दरबार की ओर से मुख्य रूप से इंदौर-दाहोद रेल परियोजना के टनल निर्माण को लेकर अपनी बात उठाई। इस बैठक की अध्यक्षता झाबुआ-रतलाम के सांसद गुमान सिंह डामोर ने की।
पांडे ने अवगत कराया कि रेल परियोजना का कार्य बंद होने के बाद लोग चाहते हैं कि इस कार्य की शुरुआत जल्द से जल्द हो। ऐसे में टनल निर्माण को शीघ्रता से शुरू किया जाए। इससे लोगों में यह विश्वास बनेगा कि रेल परियोजना पटरी पर आ रही है।
इस पर रेलवे मंडल के महाप्रबंधक ने जानकारी दी कि इंदौर-दाहोद रेल परियोजना का कार्य इंदौर सं टीही के बीच तक पूर्ण हो चुका है। आगे का कार्य प्रगति पर है। सभी निविदा आवंटित की जा चुकी है। अर्थ वर्क, मेजर एवं माइनर ब्रिज का कार्य प्रगति पर है।
बैठक में सांसद को दिए गए जवाब में बताया गया कि रेल लाइन के तहत पीथमपुर में बनने वाली टनल कार्य की निविदा फाइनल की जा चुकी है। इसके लिए लामबंदी का कार्य किया जा रहा है।
दिसंबर 2024 तक इस कार्य को पूर्ण कर लिए जाने की तिथि निर्धारित की गई है। संभावित तिथि तक कार्य पूरा करने के लिए रेलवे अपना प्लान बना चुका है।
उल्लेखनीय है कि सांसद छतर सिंह दरबार द्वारा किए गए प्रयास के परिणाम स्वरूप इस बार इंदौर-दाहोद रेल परियोजना को 440 करोड़ और धार-छोटा उदयपुर रेल परियोजना को 355 करोड़ रुपये मिले हैं। इस तरह से बड़ी रकम स्वीकृत हुई है।
शुक्रवार की बैठक में सांसद प्रतिनिधि विश्वास पांडे द्वारा इंदौर दाहोद रेल परियोजना की पूर्णता को लेकर कार्य योजना की जानकारी चाही गई थी।
इस पर रेलवे द्वारा जो जवाब प्रस्तुत किया गया, उसके अनुसार इंदौर-टीही खंड का 21 किलोमीटर का कार्य पूरा हो चुका है जबकि टीही से धार खंड का कार्य 47 किलोमीटर का कार्य प्रगति पर है। इसे वर्ष 2024 तक में पूर्ण करने का लक्ष्य बनाया गया है।