धार। जिला अस्पताल में जहां कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसके साथ ही मृत्युदर में भी बढ़ोत्तरी हो रही है। श्मशानों और कब्रिस्तान में अतिरिक्त व्यवस्थाएं करना पड़ रही हैं। इसके बावजूद इसके सकारात्मक सोच फिलहाल नज़र नहीं आ रही है। जिला प्रशासन अपनी ओर से कोरोना से जंग जीतने वालों के आंकड़े दिखा रहा है तो अन्य जिम्मेदार लोगों को सकारात्मक सोचने की बात कर रहे हैं।
डॉक्टरों और कोरोना को हराने वाले लोगों की मानें तो ज्यादातर लोग कोरोना पॉजिटिव होने से नहीं बल्कि अपने अंदर पॉजिटिविटी यानी सकारात्मकता की कमी से बीमार हो रहे हैं और कई बार अपना जीवन खो रहे हैं।
इस कोरोना के इस कठिन समय में राहत भरी खबर यह है कि सात दिनों में अब तक 924 लोग कोरोना से बचकर संक्रमण से बाहर निकल चुके हैं।
कोरोना काल में बढ़ती नकारात्मकता को खत्म करने के लिए जब इस महामारी से जीतकर आए लोगों से बात की तो उनके मुताबिक उनका बचना उनकी सकारात्मकता के कारण ही संभव हो सका।
कोरोना से बचकर आए इन लोगों ने बताया कि बेहतर पीएच लेवल वाला खाना और ठीक होने के लिए दृढ़ संकल्पित होना सबसे अहम है। इस बीच केवल सकारात्मक भाव बनाए रखना ज़रूरी है। कुछ लोगों ने बताया कि कैसे दूसरे लोगों की मौत की खबर के बाद उन्हें बेहद नकारात्मकता महसूस होती थी। ऐसे में उनकी जीने की इच्छा ही सबसे सकारात्मक कारण थी।
जिले में पिछले तीन महीनों में संक्रमण की स्थिति…
फरवरीः- 5635
मार्चः- 9924
अप्रैल-ः 16972
अब लिए गए कुल सैंपलः 32531
पॉजिटिवः-3130
ठीक हुएः-1969
नेगेटिव व रिजेटः-32403
एक्टिवः-2889